दिव्य ज्योति संस्थान द्वारा किया जाएगा श्री कृष्ण जन्मोत्सव का दो दिवसीय कार्यक्रम का लाइव प्रसारण

घर बैठे देखिए डीजेजेएस श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव 2021 विशेष वेबकास्ट – संभवामि युगे युगे

बरेली : कोरोना की इस विकट परिस्थितियों के बीच,आएँ सकारात्मक ऊर्जा से स्वयं को पोषित करें। गुरुदेव सर्व श्री आशुतोष महाराज जी द्वारा संस्थापित व संचालित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस), श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2021 के उपलक्ष्य मे ‘संभवामि युगे युगे’ के विषय पर आधारित एक विशेष सामाजिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन करने जारहा है।

कार्यक्रम का प्रीमियर डीजेजेएस यूट्यूब चैनल पर 29 और 30 अगस्त 2021 को दो भागों मे किया जाएगा

भाग I – 29 अगस्त 2021 को प्रातः 10-11:30 बजे और रात्रि 9-10:30 बजे

भाग II – 30 अगस्त 2021 को प्रातः 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक। साथ ही जन्माष्टमी की रात्रि 9 बजे से 12 बजे तक

सम्पूर्ण कार्यक्रम का समापन प्रभु श्री कृष्ण की भव्य आरती से होगा।डीजेजेएस जन्माष्टमी महोत्सव अपने आप में विशेष है क्योंकि यह केवल कृष्ण झाँकी, मटकी फोड़ लीला एवं भजन संकीर्तन आदि तक सीमित नहीं है।

यह कार्यक्रम रोमांचकारी नृत्य-नाटिकाओं, संगीतमय प्रस्तुतियों एवं ज्ञानवर्धक आध्यात्मिक प्रवचनों का एक अनूठा समावेश है। दिव्य गुरु आशुतोष महाराज के ब्रह्मज्ञानी शिष्यों द्वारा प्रस्तुत नृत्य नाटिकाएँ जहां आपको एक बार पुनः द्वापर युग में ले जाएंगी वहीं दूसरी ओर गुरुदेव के ब्रह्मज्ञानी सन्यासी शिष्यों द्वारा आध्यात्मिक प्रवचन आपको श्री कृष्ण लीलाओं में निहित शाश्वत ज्ञान, की आज के सामाजिक परिवेश में जो उपयोगिता है उससे भी अवगत कराएंगे।

डीजेजेएस पिछले तीन दशकों से प्रत्येक वर्ष इस उत्सव को मात्र इसके बाह्य स्वरूप में ही नहीं बल्कि इसकी वास्तविक भावना के साथ मना रहा है। इस भव्य आयोजन में लाखों दर्शक सम्मिलित होते हैं। डीजेजेएस प्रतिनिधि ने बताया कि श्री कृष्ण के प्रति समाज में व्याप्त मिथकों और भ्रांतियों को दूर करने व श्रीमद् भगवत् गीता मे श्री कृष्ण द्वारा दिये गए अध्यात्म के प्रयोगात्मक विज्ञान – ब्रह्मज्ञान से लोगों को परिचित करने के उदेश्य से गुरुदेव सर्व श्री आशुतोष महाराज जी ने स्वयं इस कार्यक्रम को आकार दिया।

विषय ‘संभवामि युगे युगे’ श्रीमद् भागवत् गीता में वर्णित सज्जनों के कल्याण व दुष्टों के विनाश हेतु पृथ्वी पर भगवान के अवतरण की सार्वभौमिक उद्घोषणा पर आधारित है। कार्यक्रम अवतारवाद के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेगा और साथ ही श्रीमद् भगवद् गीता के सार से मानव समाज को अवगत करा उन्हें ईश्वर-साक्षात्कार हेतु प्रेरित करेगा।

डीजेजेएस कार्यक्रम की विभिन्न विलक्षणताओं में से जो सबसे प्रमुख व ध्यातव्य है, वह है – स्वयंसेवा की भावना [सेवा भाव]। यह भव्य कार्यक्रम, नाम, प्रसिद्धि और धन प्राप्त करने की इच्छा से प्रेरित प्रशिक्षित कलाकारों द्वारा नहीं, बल्कि आशुतोष महाराज जी के निःस्वार्थी व ब्रह्मज्ञानी युवा शिष्यों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा, जो मात्र एक ही भावना से प्रेरित हैं और वह है- अपने गुरुदेव के चरणों में सेवा अर्पित करना।

यह आयोजन किसी विशेष आयु वर्ग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सभी आयु वर्गों के लिए प्रेरणाएँ समाहित हैं। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे आप अपने परिवार के साथ देख सकते हैं और जीवनोपयोगी गूढ़ आध्यात्मिक शिक्षाएँ प्राप्त कर सकते हैं।

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