बरेली डीएम के एक फैसले से बची 650 पेड़ों की जिंदगी, मुख्य सड़कों के चौड़ीकरण के प्लान में किया बदलाव

बरेली (निर्भय सक्सेना) : कोविड की दूसरी लहर आक्सीजन की महत्ता सबको समझा गई। प्रशासन ने भी अपने विकास के प्रोजेक्ट में आने वाले पड़ों की जिंदगी बचाने का बीड़ा उठाया। शहर में दाखिल होने वाली तीन मुख्य सड़कों के चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के प्लान में आने वाले 650 पेड़ों को काटने से बचाने के लिए अब अलाइनमेंट तैयार होने के बाद पेड़ों को ट्रांसलोकेट किया जाएगा। डीएम नितीश कुमार के मुताबिक इन पेड़ों को ट्रांसलोकेशन करके सड़क के किनारे हरित पट्टी तैयार की जाएगी।

इन सड़कों काे चौड़ीकरण करने का है प्लान

पहला चरण – इन्वर्टिस तिराहा से सैटेलाइट चौराहा

दूसरा चरण – सैटेलाइट से बरेली एयरपोर्ट तक

तीसरा चरण – जीरो प्वाइंट से मिनी बाइपास चौराहा

प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप करेगा पेड़ाें की निगरानी

बरेली में विकास के प्रोजेक्ट में पेड़ों को बचाने के लिए डीएम नितीश कुमार ने कमेटी बनाई है। जिसमें बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगिंदर कुमार, मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग, जिला वन अधिकारी भारत लाल को शामिल किया गया है। इस कमेटी को प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप नाम दिया गया है। डोहरा रोड से 52 पेड़ों को ट्रांसलोकेट करके मंझा गांव पहुंचाया जा चुका है।

डिजाइन में बदलाव करके बचाए गए पेड़

पेड़ों के ट्रांसलोकेशन करने की पहल दैनिक जागरण के अभियान के बाद शुरू हुई थी। जिसे बरेली डीएम नितीश कुमार का सहयोग मिला। कैंट में लालफाटक ओवरब्रिज प्रोजेक्ट में आने वाले 44 पेड़ों को सबसे पहले ट्रांसलोकेट किया गया था। इसके बाद जेल की जमीन पर तैयार होने वाले इज्जतनगर बस अड्डा प्रोजेक्ट की डिजाइन में बदलाव लाकर कई पेड़ों को बचाया गया। यहां 789 सागौन के पेड़ प्रोजेक्ट में आ रहे है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ों को बचाया जाना जरूरी है। इसलिए तीन मुख्य सड़कों के चौड़ीकरण के प्लान में पेड़ों को बचाने के लिए ट्रांसलोकेट करके हरित पट्टी तैयार किया जाएगा। – नितीश कुमार, डीएम बरेली

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