स्टार्ट-अप्स और उद्यमियों के लिए किया गया ‘द ग्रोथ हैकिंग बुक’का विमोचन

नई दिल्ली, 13 जुलाई, 2019: आज मुख्य अतिथि, नीति आयोग के निदेशक डॉ उन्नत पंडित ने पुस्तक ‘The Growth Hacking Book: Most Guarded Growth Marketing Secrets the Silicon Valley Giants don’t want to Know’  का विमोचन किया।

इस अवसर पर एफआईआई के निदेशक दीपक जैन और सर्वोच्च न्यायालय के वित्तीय सलाहकार संजीव गोयल एवं अन्य गणमान्य दिग्गज मौजूद थे। पुस्तक स्टार्ट-अप्स के विपणन एवं स्केलिंग को चुनौती देती है; यह पारम्परिक तरीकों की तुलना में कहीं तेज़ी से कारोबार का पैमाना बढ़ाने के नए डिसरप्टिव तरीकों पर रोशनी डालती है। यह नई पीढ़ी के उद्यमियों, विकास रणनीतिकारों एवं आविष्कारकों के ग्रोथ सेट (कौशल, मानसिकता एवं उपकरणों का संयोजन) को नए आयाम देती है।

संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित एक अत्यधुनिक बिज़नेस कन्सलटिंग प्लेटफार्म ग्रोथ मीडिया डॉट एआई के संस्थापक पारूल अग्रवाल और रोहण चैबे ने 13 जुलाई को इंटरनेशनल ग्रोथ हैकिंग दिवस का ऐलान किया।

उनकी पुस्तक ग्रोथ हैकिंग आज के उच्च प्रतिस्पर्धी कारोबार वातावरण में मौजूदा नियमों को चुनौती देती है और आधुनिक विकास के मार्ग प्रशस्त करती है।

इस अवसर पर नीति आयोग के निदेशक डॉ उन्नत पंडित ने कहा, ‘‘भारतीय उद्यमिता प्रणाली तेज़ी से विकसित हो रही है और सरकार इस प्रणाली को सकारात्मक बनाने के लिए प्रयासरत है। बड़ी संख्या में मानव संसाधन एवं उद्यमिता उर्जा के साथ हमें भारतीय स्टार्ट-अप्स में अपार संभावनाएं दिखाई देती हैं, जो सम्पूर्ण उद्यमिता प्रणाली के लिए सकारात्मक संकेत है।’ 

ग्रोथ मीडिया डॉट एआई द्वारा निर्मित यह पुस्तक दुनिया भर से 35 से अधिक विपणन विशेषज्ञों, ट्रेलब्लेज़िंग उद्यमियों, उद्योग जगत के विचारकों तथा सफल कंपनियों पर रोशनी डालती है, जिन्होंने पुस्तक के माध्यम से बताया है कि आप कैसे गैर-पारम्परिक विपणन रणनीतियों के द्वारा अपने कारोबार को बढ़ा सकते हैं। पुस्तक का हर अध्याय अपने आप में विकास के नए विचारों का भंडार है। यह ग्रोथ हैकिंग पर अपनी तरह की पहली पुस्तक है, जिसमें 35 राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय उद्यमियों, विपणकों, प्रभाकारियों, विचारकों और सफल कंपनियों के विचारों को प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक में योगदान देने वाले दिग्गजों ने उन रहस्यों को उजागर किया है जो सिलिकाॅन-वैली स्टार्ट-अप्स के विकास को बढ़ावा देते हैं।

पुस्तक के बारे में बात करते हुए लेखक पारूल अग्रवाल और रोहण चैधरी कहते हैं ‘‘अब तक भारतीय स्टार्ट-अप प्रणाली वित्तपोषण, विकास एवं विपणन के पारम्परिक तरीकों को अपनाती रही है। हमने पाया है कि 90 फीसदी भारतीय स्टार्ट-अप अपने पहले पांच सालों में असफल हो जाते हैं (आईबीएम इंस्टीट्यूट फॉर बिज़नेस वैल्यू एण्ड ऑक्सफोर्ड इकोनोमिक्स)हमारा बुनियादी ढांचा और रणनीतियां ऐसी हैं जो स्टार्ट-अप के दीर्घकालिक विकास की गारंटी देती हैं। इन्हें फेल-प्रूफ कहा जा सकता है क्योंकि इन्हें सिलिकॉन वैली में आज़माया जा चुका है और अब हम इसे भारत ला रहे हैं।’

पुस्तक स्टार्ट-अप्स को विकास के लिए उचित सलाह और परामर्श देती है, फिर चाहे उनकी टीम और राजस्व का आकार कुछ भी हो। ग्रोथ हैकिंग मार्केटिंग का संचालानात्मक प्रयोग है जो ऐसी रचनात्मक रणनीतियों को उजागर करता है जो आंकड़ों का उपयोग करते हुए उपभोक्ताओं/ उपयोगकर्ताओं को बनाए रखने में मदद करते हैं। एक ग्रोथ ट्रैक कर वह व्यक्ति है जो अपने उपयोगकर्ताओं/ फॉलोवर्स/ क्लाइंट्स को प्राप्त करने, उन्हें बनाए रखने के लिए उत्पादों, विपणन एवं तकनीक के उत्कृष्ट संयोजन का इस्तेमाल करता है।

ग्रोथ हैकिंग अनुकूलन की प्रक्रिया है। मान लीजिए कि आपका कारोबार एक बाल्टी की तरह है और पानी इसके लिए लीड है। आप कभी ऐसी बाल्टी में पानी नहीं डालना चाहेंगे, जिसमें से पानी रिस कर निकल जाए; ऐसा करना पैसे की बर्बादी होगी। इसीलिए एक अच्छा ग्रोथ हैकर उपभोक्ताओं को बनाए रखने में मदद करता है।

अगर आज आप किसी कारोबार में हैं तो आप अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ‘ग्रोथ हैकिंग’ तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

I.K Kapoor

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: