दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
आजकल यमुना नदी के संबंध में मुख्य समाचार यह है कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई है. दिल्ली सरकार यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कई उपाय कर रही है, जिसमें 22 बड़े नालों का ड्रोन सर्वेक्षण और यमुना नदी के 6 नए टूरिस्ट हब का विकास शामिल है.
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बाढ़ का खतरा:
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचने के कारण दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
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हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ा है.
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प्रदूषण नियंत्रण:
दिल्ली सरकार यमुना को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कई उपाय कर रही है, जिनमें नालों का सर्वेक्षण और यमुना नदी के 6 नए टूरिस्ट हब का विकास शामिल है.
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एक रिपोर्ट के अनुसार, साबरमती नदी की तर्ज पर दिल्ली में यमुना रिवर-फ्रंट विकसित किया जाएगा, जिसमें 6 नए टूरिस्ट हब बनाए जाएंगे.
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यमुना का प्राकृतिक बहाव:
एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार यमुना में प्राकृतिक बहाव वापस लाने की योजना पर काम कर रही है.
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यमुना में प्रदूषण:
यमुना में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है, जिसमें सीवेज और औद्योगिक कचरा मुख्य कारण है.
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दिल्ली में यमुना नदी का 22 किलोमीटर लंबा हिस्सा बेहद प्रदूषित है, जो कुल प्रदूषण का 76-80% योगदान देता है, according to a report.
ब्यूरो रिपोर्ट ऑल राइट्स मैगज़ीन