समाजवादी पार्टी के आंवला विधान सभा के प्रबल दावेदार डॉक्टर जीराज यादव लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव
आंवला। समाजसेवी डॉ जीराज यादव 1992 से समाजवादी पार्टी से जुड़कर लगातार क्षेत्र में लगातार जनता की सेवा कर रहे हैं ।यह बात राजाराम यादव ने कही उन्होंने बताया कि वह जब क्षेत्र में ब्लॉक मझगंवा में ब्लॉक प्रमुख बनकर आए तब उन्होंने क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया। यह किसी से छुपा हुआ नहीं है । अब पिछले कोरोना काल से ही वह जनता की सेवा में लगे हुए हैं गरीब तबके के कई परिवारों की बेटियों की शादी के साथ ही आर्थिक तंगी से गुजर रहे लोगों की भी अनगिनत मदद की है। हर जाति मजहब में उन्होंने दिल खोलकर सब को अपने गले लगाया। अब पार्टी ने सर्वे के अनुरूप टिकट नहीं दिया तो क्षेत्रीय जनता इसका हिसाब 14 फरवरी को पूरा कर देगी। समाजवादी पार्टी की नीतियों का जो प्रचार प्रसार डॉ जीराज यादव ने किया।
आज तक किसी नेता ने नहीं किया। आज यूथ बिग्रेड की प्रदेश अध्यक्ष नेहा यादव ने डॉक्टर जी राज यादव से पार्टी को समर्थन देते हुए साइकिल का बटन दबाने की बात कही जिस पर डॉक्टर जीराज यादव के समर्थकों ने कहा यदि डॉक्टर जी राज यादव को प्रत्याशी नहीं बनाया तो यादव समाज के साथ ही डॉ जीराज यादव के समर्थक समाजवादी पार्टी का बहिष्कार करते हुए डॉक्टर जी राज यादव के सिंबल को ही वोट करेंगे। आज पिपरिया में मकान ध्वस्त होने पर डॉक्टर ज़ीराज यादव ने गांव में पहुंचकर ठाकुर समाज की विधवा की बेटी की मौत पर सांत्वना बधाते हुए आर्थिक मदद देते हुए घायलों को अपने अस्पताल से इलाज की फ्री सुविधा दी। इसके साथ ही अपने अस्पताल श्री सदगुरुदेव हॉस्पिटल से मकान बनाने के लिए भी मदद देने की बात कही। शाम को वह ग्राम पंचायत मंडोरा में भागवत कथा के रसपान में भी गये। डॉक्टर जी राज यादव ने बताया कि उन्होंने पार्टी की सच्चे मन से सदैव सेवा की और आज भी वह पार्टी की सेवा करते चले आ रहे हैं। हम सीधे जनता से जुड़े हुए नेता है। अपने क्षेत्र की जनता के विशेष आग्रह पर ही हमने सबसे पहले समाजवादी पार्टी में विधानसभा 126 आंवला से आवेदन किया। लेकिन हमारे भैया को लोगों ने बरगला दिया जिससे टिकट बाहरी व्यक्ति को दे दिया। हमने जनता की आवाज पर ही निर्दलीय लड़ने का विचार किया है। उन्होंने हाथ में पर्चा दिखाते हुए कहा कि 27 जनवरी को नामांकन करेंगे । फेसबुक के माध्यम से उन्होंने पहले ही क्षेत्र के बेसहारा लोगों के लिए सहारा बनते हुए विधायक बनते ही बेरोजगारी चिकित्सा अलीगंज को बाईपास शहर के बाहर से बनाने के साथ अलीगंज गैनी होते हुए सीधे बाकरगंज पुल द्वारा बरेली से जोड़ने की बात कही।
आंवला (बरेली) से गौरव खंडूजा की रिपोर्ट !