आस्था चैरिटेबल एंड वेलफेयर सोसाइटी ने दिव्यांग बच्चों के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया

रास्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस पर रविवार को आस्था चैरिटेबल एंड वेलफेयर सोसाइटी की ओर से स्वास्थ शिविर का आयोजन, आस्था चाइल्ड न्यूरो रिहैबिलिटेशन सेंटर, राम नगरी मोड़ में किया गया। जिसका उद्घाटन सर गंगाराम हॉस्पिटल के पेडियट्रिक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ प्रवीण कुमार, डॉ एस के सिन्हा, डॉ नरेन्द्र कुमार सिन्हा, स्टेट डिसेबिलिटी कमिश्नर डॉ शिवाजी कुमार एवं आस्था के सचिव डॉ उमा शंकर सिन्हा ने किया।

शिविर में १५० दिब्यांग बच्चो की जांच की गयी। शिविर में डॉक्टर्स डे के अवसर पर संस्था द्वारा डॉ प्रवीण कुमार, डॉ एस के सिन्हा, डॉ नरेन्द्र कुमार सिन्हा, डॉ शिवाजी कुमार, डॉ अक्षय कुमार, डॉ रीना श्रीवास्तव, डॉ अविनाश एंड डॉ नीलम को चिकित्सा के बिभाग में उत्क्रिस्ट कार्य करने के लिए प्रशस्ति पत्र दिया गया।

साथ ही साथ समाज में बेहतर जागरूकता कार्य करने के लिए शेफाली भरद्वाज, रेणू सिंह, मीनू सिंह, शिव कुमार एवं देब्यानी दुबे , राजेश कुमार और अकबर इमाम, को प्रशस्ति पत्र दे कर सम्मानित किया गया। तथा ऐसे अभिवाक गण जो दिब्यांग बच्चे होने के बावजूद भी उसके बेहतर भविष्य के लिए लगे रहते है । जिसमे मनीष के माता पिता, साक्षी की माता जी, प्राची की पिता जी, अदयन के माता पिता तथा संतोष को आस्था के द्वारा समानित किया गया. इस मौके पर डॉ शालिनी सिन्हा, डॉ निरंजन,डॉ अजमत,अभिनाश, रिंकी, नीतू एवं आस्था की कोषाध्यछ नीलम सिन्हा मौजूद थी।

धन्यवाद् ज्ञापन डॉ उमा शंकर सिन्हा ने किया।वही इस मौके पर आए डॉक्टर सुरेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि सही समय पर बच्चों को सही मार्गदर्शन देने से कई दिव्यांग बच्चों में भी समझदारी आ जाती है ऐसा कई प्रैक्टिकल में देखा गया है। वही मौके पर मौजूद पंजाबी बिरादरी कि रेनू सिंह ने कहा कि आस्था चैरिटेबल का आज का यह कार्यक्रम देखकर बहुत अच्छा लगा आज कई दिव्यांग बच्चों को फ्री चेकअप किया गया दिव्यांग बच्चों के लिए जो कार्य आस्था चैरिटेबल कर रहा है वह अति सराहनीय है।वही डॉक्टर अक्षय ने कहा कि आज हम लोग इस मौके पर दिव्यांग बच्चों को और दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को भी सम्मानित कर रहे हैं ।

ताकि इन दिव्यांग बच्चों में ऊर्जा बढ़े उनका जज्बा बढ़े साथ ही साथ अभिभावकों का सबसे बड़ा सहयोग इसमें रहा है इसलिए अभिभावकों के सहयोग के बगैर हम इनकी बेहतर इलाज नहीं कर पाएंगे और इससे उन्हें भी सम्मानित कर रहे हैं इससे उन्हें भी एक मोटिवेशन मिलेगा।वही डॉ उमाशंकर सिन्हा ने कहा कि हमारे पास कई ऐसे पेशेंट आते हैं और उन पेशेंट के साथ जो उनके पेरेंट्स आते हैं। उनमें गजब का पेशंस होता है और वही पेशेंस उन बच्चों में डेवलपमेंट का काम करता है।

वही दिव्यांग संतोष कुमार ने कहा कि सरकार को हमारे विषय में सोचना चाहिए आज हम खुद दोनों पैर से लाचार होते हुए भी बैसाखी के सहारे सरकारी कार्यों में जब अपना कार्य करवाने से पहुंचते हैं तो वहां हमें भी इंतजार के सिवा और कुछ नहीं मिलता काफी इंतजार करने के बाद भी इस टेबल से उस टेबल दौड़ते-दौड़ते हम थक जाते हैं उन्होंने कहा कि सरकार को विकलांगों के लिए कुछ सोचना चाहिए और सरकार को विकलांगों के भविष्य के लिए कुछ बड़े कदम उठाने चाहिए।वही इस कार्यक्रम में भाग लेने आए कई दिव्यांग के माता-पिता अभिभावकों ने डॉक्टर उमाशंकर सिन्हा पर अपना भरोसा जताते हुए कहा कि यहां हमने अपने बच्चे का जबसे ट्रीटमेंट डॉ उमाशंकर सिन्हा से शुरू किया है तब से हमारे बच्चों में काफी इंप्रूवमेंट है।

राजेश कुमार के साथ हैप्पी कुमार की रिपोर्ट

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