PIB : प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग ने मई 2025 के लिए केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की 37वीं सीपीजीआरएएमएस रिपोर्ट जारी की
प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग की 37वीं सीपीजीआरएएमएस रिपोर्ट में केन्द्रीय मंत्रालयों/विभागों की प्रभावी शिकायत समाधान की 4 सफल कहानियों का उल्लेख है:
1. श्री प्रेम दीप की शिकायत: निपटान और धन वापसी का मुद्दा
श्री प्रेम दीप ने सेना से सेवा-निवृत्त होने के बाद निपटान के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज जमा किए, लेकिन उन्हें 90,936 रुपए के आंशिक बकाया और 6,492 रुपए के पीएलआई रिफंड के संबंध में पीसीडीए (अधिकारी), पुणे से कोई जवाब नहीं मिला। कई प्रयासों के बावजूद, यह मामला अनसुलझा रहा जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके समाधान के लिए उन्होंने सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज की। शिकायत की समीक्षा करने पर अधिकारियों ने समायोजन के बाद 76,808 रुपए की पीएलआई वापसी और रिलीज की पुष्टि की। सबूत के तौर पर खातों का विवरण प्रदान किया। सभी बकाया का निपटान किया गया और शिकायत बंद कर दी गई।
2. श्री श्योप्रसाद की शिकायत: टीडीएस क्रेडिट सुधार और रिफंड
वेतनभोगी करदाता श्री श्योप्रसाद ने कर निर्धारण वर्ष 2014-15 के लिए अपना रिटर्न दाखिल किया था जिसमें 16,536 रुपए का टीडीएस क्रेडिट का दावा किया गया था। हालांकि, रिटर्न प्रोसेस करते समय 16,560 रुपए की मांग गलत तरीके से पेश कर दी गई। सुधार अनुरोध प्रस्तुत करने और मांग का भुगतान करने के बावजूद, कोई सुधार नहीं किया गया और धारा 220(2) के तहत अतिरिक्त ब्याज दिखाया गया। समाधान की मांग करते हुए उन्होंने सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज की। समीक्षा करने पर, संबंधित अधिकारियों ने गलती को सुधारा और 18,360 रुपए का रिफंड उनके बैंक खाते में जमा किया।
3. श्री कुरुप्पाथु की शिकायत: अप्रयुक्त डीमैट खाते को बंद करने का अनुरोध
श्री कुरुप्पथु शशिधरन ने मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड से कोई प्रतिक्रिया न मिलने के बारे में चिंता जताई थी। उन्होंने अपने उन डीमैट और ट्रेडिंग खातों को बंद करने का अनुरोध करने के लिए ईमेल भेजा था, जिसका उन्होंने कभी इस्तेमाल नहीं किया था। उनकी सेवा-संबंधी अनुरोध को स्वीकार नहीं किया गया और उन्हें प्रचार-सामग्री भेजी गई जिस पर उन्होंने असंतोष व्यक्त किया। इसके बाद उन्होंने सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज की। समीक्षा करने पर अधिकारियों ने पुष्टि की कि डीमैट खाते को बंद कर दिया गया था और मामले को तदनुसार हल कर दिया गया।
4. श्री राम चरण की शिकायत: पेंशन वितरण में देरी
श्री राम चरण ने ईपीएफ पोर्टल के माध्यम से अपना पेंशन आवेदन प्रस्तुत किया था लेकिन उन्हें अपनी पेंशन की स्थिति के बारे में कोई अपडेट नहीं मिला। लंबे समय तक देरी होने और स्पष्ट जानकारी न मिलने के कारण उन्होंने सीपीजीआरएएमएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज की। समीक्षा करने पर यह पाया गया कि उनके पेंशन दावे को मंजूरी दे दी गई थी। बाद में उन्हें 3,546 रुपए की मासिक पेंशन और 26,595 रुपए की बकाया राशि मिल गई।
ब्यूरो चीफ, रिजुल अग्रवाल