PIB : मार्च और अप्रैल, 2024 के दौरान कृषि और ग्रामीण मजदूरों की अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या
श्रम और रोजगार मंत्रालय का एक संलग्न कार्यालय, श्रम ब्यूरो, 20 राज्यों में फैले 600 गांवों से एकत्रित खुदरा कीमतों के आधार पर हर महीने कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-एएल) और कृषि मजदूरों के अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक(सीपीआई-आरएल) संकलित करता है इस प्रेस विज्ञप्ति में मार्च, 2024 और अप्रैल, 2024 के महीनों के सूचकांक जारी किए जा रहे हैं।
मार्च 2024 में, सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल दोनों में 1 अंक की वृद्धि हुई, जो बढ़कर क्रमशः 1259 और 1270 पर पहुंच गई। अप्रैल 2024 के दौरान सीपीआई-एएल में 4 अंक की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह बढ़कर 1263 हो गया, जबकि सीपीआई-आरएल 5 अंक बढ़कर 1275 हो गया।
मार्च 2024 में सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल की साल-दर-साल मुद्रास्फीति दर क्रमशः 7.15% और 7.08% दर्ज की गई। अप्रैल 2024 में, सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल की साल-दर-साल मुद्रास्फीति दर क्रमशः 7.03% और 6.96% दर्ज की गई।
फरवरी, मार्च और अप्रैल 2024 के दौरान अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या (सामान्य और समूहवार)::
समूह | कृषि श्रमिक | ग्रामीण श्रमिक | ||||
फरवरी | मार्च | अप्रैल | फरवरी | मार्च | अप्रैल | |
सामान्य सूचकांक | 1258 | 1259 | 1263 | 1269 | 1270 | 1275 |
खाद्य | 1199 | 1198 | 1201 | 1205 | 1204 | 1207 |
पान, सुपारी आदि | 2034 | 2037 | 2047 | 2043 | 2047 | 2056 |
ईंधन और प्रकाश | 1331 | 1339 | 1346 | 1323 | 1331 | 1338 |
कपड़े, बिस्तर और जूते | 1280 | 1285 | 1290 | 1337 | 1343 | 1348 |
विविध | 1307 | 1311 | 1323 | 1311 | 1315 | 1327 |
ब्यूरो चीफ, रिजुल अग्रवाल