चादर के सहारे 15 फीट ऊंची दीवार फांद भाग गए नौ खूंखार कैदी

शेखपुरा : बिहार के जिला शेखपुरा में स्थित पैलेस ऑफ सेफ्टी से नौ खूंखार कैदी फरार हो गए। खूंखार कैदियों ने भागने से पहले प्लान बनाया और चादर को कील में फंसाकर 15 फीट ऊंची चारदीवारी फांदकर रात के अंधेरे में फरार हो गए। कैदियों के भागने की यह घटना सोमवार की देर रात हुई। आपको बताते चलें कि शेखपुरा के इस पैलेस ऑफ सेफ्टी में समूचे राज्य के छंटे हुए 16 से 18 साल के नाबालिग अपराधियों को रखा जाता है। समूचे राज्य की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है तथा रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर जांच शुरू कर दी गई है।


अभी इस पैलेस ऑफ सेफ्टी में समूचे बिहार के 23 ऐसे खूंखार नाबालिग कैदी बंद थे। यह पैलेस ऑफ सेफ्टी जिला मुख्यालय शेखपुरा से पांच किमी दूर मटोखर में स्थित है। इसकी देख-रेख का जिम्मा राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग का है।
मंगलवार की सुबह घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गयी ,जिसके बाद डीएम,एसपी तथा अन्य अधिकारी यहां पहुंचे तथा जांच-पड़ताल शुरू की। इस घटना की जानकारी देते हुए एसडीपीओ अमित शरण ने बताया कि सोमवार की मध्य रात इस पैलेस ऑफ सेफ्टी से नौ नाबालिग मगर खूंखार कैदी चारदीवारी को फांदकर भाग गए। पैलेस ऑफ सेफ्टी से खूंखार नाबालिग कैदियों के भागने की घटना भी किसी रहस्य से कम नहीं है।

बताया गया कि जिस बैरक में कैदियों को रखा गया था। इस बैरक के गेट का ताला भी बंद मिला है तथा बैरक के आंगन का लोहे के ग्रिल भी सही-सलामत है। एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना में पैलेस ऑफ सेफ्टी के नाईट गार्ड एवं रात्रि ड्यूटी में तैनात सैप के दो जवानों की भूमिका संदिग्ध मानकर उनसे पूछताछ की जा रही है।

बताया गया कि भागने वाले सभी 9 नाबालिग कैदी अलग-अलग तरह के सघन्य अपराधों में शामिल थे। बताया गया कि भागने वाले कैदियों को दोबारा पकडऩे के लिए समूचे राज्य की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। भगाने वाले कैदियों में छपरा के 4, बक्सर के 2, तथा आरा, गया एवं सिवान जिला के एक-एक कैदी थे।

एक साथ 9 कैदियों के भागने की घटना के बाद इस पैलेस ऑफ सेफ्टी की सुरक्षा को बढ़ा दी गयी है। भागने वाले सभी कैदी अलग-अलग तरह के सघन्य अपराधों में शामिल हैं। इस घटना में छपरा के एक कैदी को मास्टर माइंड बताया जा रहा है।

चादर के सहारे कैदियों ने फांदी ऊंची चारदीवारी

पैलेस ऑफ सेफ्टी से भागने वाले कुख्यात किशोर कैदियों ने इस सुरक्षित स्थान की ऊंची चारदीवारी फांदने में चादर का इस्तेमाल किया। इसी चादर के सहारे कैदियों ने पैलेस ऑफ सेफ्टी की उंची चारदीवारी को लांघा।

इस बाबत आधिकारिक जानकारी देते हुए इस पैलेस ऑफ सेफ्टी के नियंत्री प्रशासनिक अधिकारी बाल संरक्षण के सहायक निदेशक प्रमोद कुमार ने बताया कि बैरक में किशोर कैदी जिस चादर का इस्तेमाल करते थे। उसी चादर को उंची चारदीवारी पर लगे लोहे के एंगल में फंसा कर उसी के सहारे दीवार को फांद गये।

उन्होंने बताया कि जांच में चारदीवारी के ऊपर लगे लोहे के एंगल में चादर फंसा हुआ मिला है। इसी से यह अनुमान लगाया जा रहा है। इस पैलेस ऑफ सेफ्टी की चारदीवारी अंदर से लगभग 12 फीट तथा बाहर से लगभग 15 फीट उंची है। जांच में पता चला है कि सभी कैदी दक्षिण दिशा तरफ की चारदीवारी फांदकर भागे हैं। पैलेस आफ सेफ्टी के पिछवाड़े में एक जोड़ी चप्पल भी बरामद हुआ है।

फिर से गौरतलब कर दूं कि शेखपुरा का पैलेस ऑफ सेफ्टी समूचे राज्य के कुख्यात किशोर कैदियों के लिए इकलौता स्थान है। इस पैलेस ऑफ सेफ्टी का उद्घाटन तीन महीने पहले ही हुआ है। यहां समूचे बिहार में जघन्य अपराध में शामिल वैसे किशोर कैदियों को रखा जाता है, जिनकी आयु 16 से 18 साल के बीच की है। ऐसी सनसनी खबर के बाद डीएम योगेन्द्र सिंह ने सुरक्षा कर्मियों की भूमिका की जांच का आदेश जिला कल्याण पदाधिकारी को दिया है। एसपी दयाशंकर ने नौ फरार कैदियों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया है ।

सोनू मिश्रा के साथ शिव कुमार पाठक की रिपोर्ट ,शेखपुरा (बिहार)

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