नहीं पहुँचे संसद और मंत्री, शहीद सुनील के परिजन लगाए रहे आस
जमुई।।खैरा:-तिरंगे में लिपटा सुनील मुर्मू का पार्थिव शरीर जब उसके गाँव पहुंचा तो हजारों की संख्या में सुनील को अंतिम विदाई देने लोग पहुंचे।डीएम,एसपी व कई अन्य पदाधिकारियों के साथ-साथ सिकंदरा के वर्तमान विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी और लोजपा के जिलाध्यक्ष सुभाष पासवान भी शहीद को अंतिम विदाई देने पाहुँचे।लेकिन इस क्षेत्र के सांसद चिराग पासवान और न ही वर्तमान सरकार के कोई मंत्री आ पाए।जिसकी आस परिजनों के साथ-साथ स्थानिए लोग भी लगाए बैठे थे।शहीद सुनील मुर्मू के परिजन इस दुःखद हालत में भी सांसद व मंत्री के आने का बेसबरी से इंतज़ार अंतिम क्षणों तक करते रहे थे।पर न ही क्षेत्र के सांसद आये और न ही वर्तमान सरकार के कोई मंत्री।अंत में क्षेत्र के विधायक बंटी चौधरी और लोजपा के जिला अध्यक्ष सुभाष पासवान व पूर्व जिला अध्यक्ष मो.मोतिउल्लाह ने शहीद के परिजनों से मिलकर हौसला बढ़ाते हुए सांत्वना दिया।
शहीद सुनील मुर्मू को अंतिम विदाई देने के बाद परिजनों व स्थानिए ग्रामीणों ने डीएम और विधायक से गाँव में शहीद द्वार और शहीद के नाम पर पुल निर्माण व खेल का मैदान बनवाने की माँग की गई।जिसपर जिलाधिकारी ने कोई ऐसी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की।वहींउपस्थित स्थानिए विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी ने परिजनों व स्थानिए लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि हर संभव आपकी मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा और साथ ही आपकी मांगों को आगे तक पहुंचाया जाएगा।
मालूम हो कि इस पिछड़े और जंगली गाँव में आने जाने का रास्ता व सड़क नहीं है जिससे ग्रामीणों को नदी और पहाड़ पार कर जाना पड़ता है।इस भीषण समस्या को दूर करने के लिए आवागमन की परेशानियों से निजात पाने के लिए गाँव के बगल से गुजरी क्युल नदी पर शहीद के नाम पुल का निर्माण करवाने की माँग की गई।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि शहीद सुनील मुर्मू को खेल से बहुत गहरा संबंध था और वो एक अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी भी थे।खेल मैदान गाँव में बनने का उन्हें बहुत शौक था,इसलिए शहीद के नाम पर खेल मैदान भी बनवाने की माँग की गई।जिसपर डीएम साहब तो कुछ नहीं बोले लेकिन स्थानिए विधायक ने ग्रामीण की मांगों को आगे पहुंचाने की बात कही।