ग्राम मनोना में नगर पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना ने गरीब और बेसहारा लोगों को राशन वितरण किया !
रविवार को सूचना मिली कि नगर के समीपस्त ग्राम मनौना में एक अनाथ परिवार है जिसमें 4 बहने तथा 1 भाई है बडी बहन व भाई विकलांग है जो गरीबी के चलते एक टाइम ही बमुष्किल से खाना खा पा रहे है तो हमारी टीम वहां पहुंची तो परिवार की बडी बेटी ने बताया कि लाॅकडाउन के चलते परिवार की हालत और खराब हो गई है
आसपास के घरों में झाडू पोछा करके जैसे तैसे यह लोग अपना जीवन यापन करते थे, लाकडाउन के चलते जीवनयापान मुष्किल हो गया। दो वर्श पूर्व राषन कार्ड बना था जिस पर कोटेदार द्वारा बडी मुष्किल से द 2-3 बार ही राषन दिया गया बाद में यह कहकर राषन देने से मना कर दिया कि उनका राषनकार्ड काट दिया गया है लाकडाउन के चलते ज बवह कोटेदार के पास पहुंची तो उसे राषन नहीं दिया गया इसकी सूचना जब मीडिया में आई तो इस अनाथ परिवार को मदद देने के लिए हाथ आगे बडे व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने सबसे पहले पहुंचकर परिवार की मदद की, व्राहम्मण महासभा के नितिन महाराज, समाजसेवी क्षेत्र के बडे व्यवसायी निहाल सिंह, हिन्दू युवा वाहिनी के जिला मंत्री राजकमल चैहान ने भी परिवार के सदस्यों तक पहुंचकर मदद की वही द कलम की खबर पडकर चेयरमैन संजीव सक्सेना ने गांव में पहुंचकर परिवार को राषन सामग्री व आर्थिक मदद दी तथा कहा कि क्षेत्र में किसी को भी भूखा नहीं सोने देगें। वक्त का मारा है परिवार पूर्व प्रधान अजयपुरी ने बताया कि यह परिवार दिल्ली में रहता था इनके माता पिता आर्थिक रूप से सक्षम से और यह बच्चे कभी हाॅस्टल में रहकर पढाई करते थे किन्तु माता-पिता की मृत्यु के बाद यह परिवार अनाथ हो गया इनके मामा इनको अपने साथ यहां गांव में ले आए माता-पिता की मौत के बाद से बच्चों की षिक्षा आदि भी छूट गई। आवास व उज्जवला योजना का लाभ भी नहीं मिला इस अनाथ परिवार का मकान काफी जर्ज है, ग्राम प्रधान, तहसील प्रषासन किसी की भी नजर में यह परिवार षायद आवास का पात्र नही था वहीं ग्राम अनेको लोगों को उज्ज्वला के कनेक्षन मिले किन्तु षायद इस परिवार को ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव व लेखपाल को यह परिवार इसका भी पात्र नहीं दिखा।