महिलाओं को उनका अधिकार दिलाने के लिए राज्य महिला आयोग द्वारा कार्यशाला का आयोजन ।

महिलाओं के प्रति हो रहे शोषण और अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए और उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए महिला आयोग द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित राज्य महिला आयोग के मुख्यालय पर यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

जिसमें लैंगिक सामान्यता और कार्यस्थल पर यौन हिंसा विषय पर महिला आयोग के सदस्यों के साथ चर्चा हुई और इसके प्रति उन्हें ट्रेनिंग दी गई। एक दिवसीय कार्यशाला में यूनिसेफ के पदाधिकारी महिला राज्य आयोग पदाधिकारी समेत अन्य 75 जिलों से सदस्य सम्मिलित हुए। इस अवसर पर विमला बाथम राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि इस कार्यशाला का आयोजन मुख्य रूप से महिलाओं से संबंधित यौन हिंसा कार्यशाला पर हिंसा और उनका उत्पीड़न रोकने के लिए किया गया है। इसमें महिला राज्य आयोग से संबंधित महिलाओं के साथ बैठक इसलिए की गई ताकि समाज में महिलाओं के प्रति किस प्रकार उत्पीड़न हो रहा है इससे उन्हें अवगत कराया जाए। साथ ही जो महिलाएं शहर और गांव के क्षेत्रों का भ्रमण करती हैं जमीनी स्तर पर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अन्याय को देख रही हैं उन्हें कैसे इंसाफ दिलाया जाए और महिलाओं के हित में कानून बने हैं उसका वह प्रयोग करके अपने ऊपर हो रही हिंसा को कैसे रोकें इन तमाम जानकारियों के लिए महिलाओं को अत्यधिक जागरूक और सशक्त बनाने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। वहीं इस अवसर पर महिला राज्य आयोग की सदस्य डॉ. कंचन ने कार्यशाला का उद्देश बताते हुए कहा कि हर महिला का अधिकार है कि व सुरक्षित वातावरण में कार्य कर सके और उसे संपूर्ण रूप से सम्मान मिले। साथ ही उन्होंने कहा कि जो महिलाएं काम करती हैं तो उनके कार्यस्थल पर उन्हें लैंगिक सामान्यता मिल रही है या नहीं कहीं ऐसा तो नहीं कि पुरुषों को अधिक सम्मान और उन्हें ज्यादा अहमियत दी जाती हो समाज में और कार्य स्थलों पर इस प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए भी महिलाओं के प्रति विशेष कदम उठाया जा रहा है और साथ ही साथ उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है सामान्यता में सबका बराबर का हक है और किसी प्रकार अगर उनका उत्पीड़न हो रहा हो तो महिला आयोग में शिकायत दर्ज करा कर इंसाफ के लिए आवाज उठाएं।