झालावाड़ स्कूल हादसा: भजन लाल शर्मा की सरकार में लकड़ी की जगह, पुराने टायर से किया गया अंतिम संस्कार

राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक सरकारी स्कूल की जर्जर इमारत गिरने से मरे सभी सात बच्चों का शनिवार को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया, इस दौरान एक बच्ची के अंतिम संस्कार के दौरान की जो तस्वीरें सामने आई वो हैरान कर देने वाली थी, बच्ची के अंतिम संस्कार में टायरों का इस्तेमाल किए जाने से भजन लाल शर्मा की सरकार के प्रशासन पर फिर सवाल खड़े हो गए हैं।

दरअसल, गांव में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी को सूखी रखने के लिए अलग से भंडार घर नहीं है। ऐसे में मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के समय लकड़ी खुले में पड़ी होती है। इसके अलावा लोग घरों और आसपास से लकड़ी लेकर पहुंचते हैं। लेकिन बरसात के चलते मुक्तिधाम और कवेलूपोश मकान में रहने वाले ग्रामीणों के पास लकड़ी को सूखी रखने के लिए स्थान नहीं है। ऐसे में बरसात के सीजन में सभी लकडि़यां गीली हो गई।

कांग्रेस ने अपने X हेंडल से लिखा :

राजस्थान में सरकारी स्कूल की छत गिरने से कई बच्चों की मौत हुई. BJP सरकार लीपापोती में लगी रही. सरकार के मंत्री VIP ट्रीटमेंट भोगने में लगे रहे. यहां तक कि सरकार ने बच्चों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था भी न की. गरीब परिवार को पुराने टायर का इस्तेमाल करके अंतिम संस्कार करना पड़ा.

शर्मनाक!

राजस्थान के सरकारी स्कूलों के जर्जर भवनों की मरम्मत करने, नए भवन बनाने, टायलेट इत्यादि अन्य सुविधाओं के लिए राज्य सरकार ने पिछले 5 साल में 1675 करोड़ रुपये की घोषणा की। मुख्यमंत्री या वित्त मंत्री की ओर से विधानसभा में बजट की घोषणा के बाद राशि जारी भी हुई, लेकिन जर्जर सरकारी भवनों की हालत में सुधार नहीं हुआ। बजट की कमी नहीं थी। इतने बजट में प्रदेश के 50 फीसदी सरकारी स्कूल भवनों का कायाकल्प हो जाता, लेकिन जहां मरम्मत होनी थी, वहां नहीं हुई।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: