छात्र नेता से राज्यमंत्री बने दानिश अंसारी का दिलचस्प सफ़र
बरेली (अशोक गुप्ता )- प्रदेश सरकार में मंत्री बनने वाले एकमात्र मुस्लिम चेहरा
फतेहगंज पश्चिमी-योगी सरकार में एकमात्र मुस्लिम चेहरा दानिश आजाद अंसारी जोकि सुन्नी समुदाय से आते है राज्यमंत्री बने हैं
दानिश अंसारी के नाम में आजाद शब्द छात्र राजनीति के दौरान जुड़ा फिर इनका नाम दानिश आजाद अंसारी हुआ
पूर्वांचल में बलिया जनपद निवासी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री हैं भाजपा सरकार के अल्पसंख्यक चेहरे के तौर पर उनको पूर्वांचल से राज्यमंत्री के तौर पर चुना गया है
दानिश आजाद अंसारी बलिया जनपद के समीपवर्ती ग्राम अपायल के रहने वाले हैं उनके दादाजी मोहम्मद ताहा अंसारी जूनियर हाई स्कूल सुखपुरा में शिक्षक रहे इनके दादा की शिक्षक समुदाय और छात्रों में काफी प्रतिष्ठा थी अपने जमाने के वह योग्य शिक्षक में शुमार होते थे दानिश आजाद अंसारी योगी सरकार में राज्यमंत्री बनाए गए हैं
दादा का काफ़ी असर दानिश आजाद पर भी पड़ा है उनके अब्बा समीउल्लाह अंसारी बलिया में ही रहते थे दानिश की परवरिश भी बलिया और अपायल में हुई प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने बलिया से किया
उसके बाद वह लखनऊ चले गए 2006 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की इसके बाद यहीं से वह मास्टर ऑफ क्वालिटी मैनेजमेंट मास्टर ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की है
जनवरी 2011 में भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए
दानिश अंसारी ने एबीवीपी के साथ साथ भाजपा और आरएसएस के लिए युवाओं के बीच माहौल बनाया खासतौर से मुस्लिम युवाओं के बीच काफी कार्य किया है
इनकी उम्र मात्र 32 साल है योगी सरकार में मोहसिन रजा की जगह मुस्लिम मंत्री बने दानिश आजाद अंसारी केवल मुस्लिम चेहरा नहीं है बल्कि वह उस पसमांदा यानी पिछड़े मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि हैं जो एक अर्से से अपनी अनदेखी की आवाज प्रदेश में उठाता रहा है
सूबे में दानिश आजाद अंसारी के राज्यमंत्री बनने के बाद यह माना जा रहा है कि अब भाजपा से मुस्लिमों का जुड़ाव और ज्यादा बढ़ेगा