मुंबई में भारत के पहले महिला स्वच्छ स्ट्रीट फ़ूड हब ‘माउली’ का उद्घाटन

मुंबई में भारत के पहले महिला स्वच्छ स्ट्रीट फ़ूड हब ‘माउली’ का उद्घाटन
मुंबई (अनिल बेदाग): डैनोन इंडिया के सहयोग से एफएसएसएआई ने मुंबई में भारत के पहले महिला-स्वच्छ स्ट्रीट फ़ूड हब ‘माउली’ का उद्घाटन किया। इस हब का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने किया। एफएसएसएआई के ईट राइट इंडिया अभियान के तहत शुरू की गई यह ऐतिहासिक पहल खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और सतत उद्यमिता को एक साथ लाती है। यह केंद्र पूरी तरह से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं द्वारा संचालित है, जिन्होंने सफलतापूर्वक FoSTaC (खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन) प्राप्त किया है। स्वच्छता, सुरक्षा और व्यावसायिक संचालन के प्रशिक्षण से सुसज्जित, ये महिलाएं अब खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ता विश्वास सुनिश्चित करते हुए स्वच्छ और उच्च गुणवत्ता वाला स्ट्रीट फूड वितरित कर रही हैं।
श्री शशि रंजन, प्रबंध निदेशक, डैनोन इंडिया ने कहा,“डैनोन में हम अधिक से अधिक लोगों तक भोजन के माध्यम से स्वास्थ्य पहुंचने के अपने मिशन के अनुरूप लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एफएसएसएआई की ‘ईट राइट’ पहल के साथ अपनी साझेदारी के माध्यम से, हमारा लक्ष्य सुरक्षित खाद्य क्षेत्र बनाना और अपने समुदायों में बेहतर स्वच्छता को बढ़ावा देना है। महिलाओं को आवश्यक संसाधनों और कौशल से लैस करके, हम उन्हें उच्च खाद्य सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करते हुए स्थायी आजीविका बनाने में सक्षम बना रहे हैं। यह सार्थक रोज़गार के अवसर पैदा करके और भारत के आर्थिक विकास में उनकी भूमिका को मज़बूत करके सामाजिक प्रभाव और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के प्रति डैनोन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ मिलकर, हम स्वस्थ समुदायों और एक उज्जवल भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।”
श्री पीयूष गोयल, केंद्रीय-वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा,”कांदिवली में भारत के पहले महिला-प्रधान स्वच्छ स्ट्रीट फ़ूड हब माउली का उद्घाटन एफएसएसएआई के ईट राइट इंडिया अभियान के तहत एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है। पूरी तरह से प्रशिक्षित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित, यह महिला सशक्तिकरण, खाद्य सुरक्षा और सामुदायिक विकास का एक जीवंत उदाहरण है।”
माउली हब एक 100 प्रतिशत महिला-नेतृत्व वाली पहल है, जिसका प्रबंधन पूरी तरह से FoSTaC स्ट्रीट फ़ूड विक्रेता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित स्वयं सहायता समूह सदस्यों द्वारा किया जाता है। पश्चिमी क्षेत्र में 6,000 से ज़्यादा स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिससे अनौपचारिक खाद्य क्षेत्र की क्षमता मज़बूत हुई है। इस परियोजना ने न केवल खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता को बढ़ाया है, बल्कि स्वच्छ स्ट्रीट फ़ूड हब के लिए एक अनुकरणीय मॉडल भी तैयार किया है जिसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है। इस उपलब्धि को चिह्नित करते हुए एफएसएसएआई ने इस कार्यक्रम में 200 से अधिक स्ट्रीट फ़ूड विक्रेताओं के लिए एक सामूहिक प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया।

गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन

मुंबई से अनिल बेदाग की रिपोर्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: