भारतीय नौसेना के जहाज कोलकाता और शक्ति ने जापान, फिलीपींस और अमेरिका के नौसेना-जहाजों के साथ समूह यात्रा की  

भारतीय नौसेना के जहाज कोलकाता और शक्ति ने 3 मई से 9 मई, 2019  के  दौरान दक्षिण चीन सागर में जापान, फिलीपींस और अमेरिका के नौसेना-जहाजों के साथ समूह यात्रा की। इस समूह यात्रा में शामिल जहाज थे-
भारत के मिसाइल विध्‍वंसक आईएनएस कोलकाता और बेड़े को सहायता पहुंचाने वाला जहाज आईएनएस शक्ति;  जापान के हेलीकॉप्‍टर कैरियर जेएमएसडीएफ ईजूमो और मिसाइल विध्‍वंसक जेएमएसडीएफ मुरासेम; फिलिपींस का फ्रिगेट बीआरपी आंद्रेस बोनिफेसियो और अमेरिका का अरलेग बर्क श्रेणी का विध्‍वंसक यूएसएस विलियम पी. लॉरेंस। इस समूह यात्रा का उद्देश्‍य सहयोगी देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना तथा आपसी समझ को बेहतर करना था।

यात्रा के दौरान जहाजों ने विभिन्‍न अभ्‍यास किए। इन अभ्‍यासों में विन्‍यास तालमेल, एक डेक से दूसरे डेक पर उड़ान और सीराइडर की अदला-बदली आदि शामिल थे। जापान, फिलिपींस और अमेरिका के नौसेना जहाजों की समूह यात्रा ने समान विचारों वाले देशों के सहयोग से सुरक्षित समुद्री क्षेत्र के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया है।

दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में सफल तैनाती के बाद भारतीय जहाजों ने इस्‍टर्न फ्लीट ओवरसीज डेप्‍लायमेंट के तहत चीन के कैम रनह वे, वियतनाम, किंगडाउ और दक्षिण कोरिया के बुसान की यात्राएं की।  किंगडाउ में दोनों जहाजों ने इंटरनेशनल फ्लीट रिव्‍यू (आईएफआर) में भाग लिया। यह कार्यक्रम पीएलए (नेवी) की 70वीं वर्षगांठ समारोह का हिस्‍सा था। बुसान की यात्रा के दौरान भारतीय नौसेना के जहाजों ने एडीएमएम-प्‍लस के तत्‍वावधान में आयोजित मैरिटाइम सेक्‍यूरिटी के उद्घाटन समारोह तथा फील्‍ड ट्रेनिंग एक्‍सरसाइज (एफटीएक्‍स) में भाग लिया।

बुसान से वापसी में दोनों जहाजों ने 1 से 3 मई, 2019 के दौरान दक्षिण कोरिया, ब्रुनेई, चीन, मलेशिया, फिलिपींस, सिंगापुर और अमेरिका के नौसेना के साथ एडीएमएम-प्‍लस एमएस एफटीएक्‍स चरण-1 अभ्‍यास में भाग लिया। एडीएमएम-प्‍लस एमएस एफटीएक्‍स चरण-2, 9 मई से 12 मई, 2019 तक दक्षिण चीन सागर में प्रस्‍तावित है। चरण-2 की समाप्ति के बाद कोलकाता तथा शक्ति समेत सभी भाग लेने वाले जहाज एडीएमएम-प्‍लस एमएस के समापन समारोह में भाग लेंगे और सिंगापुर में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल मैरिटाइम डिफेंस एक्‍सपो (आईएमडीईएक्‍स) 2019 कार्यक्रम का हिस्‍सा बनेंगे।

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