चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार पर सरकार मेहरबान, बेटी बनी नोएडा में डीएम

बड़ी बेटी-दो दामाद IAS, छोटी बेटी IRS, परिवार में 28 डॉक्टर…

मेधा रूपम ने अपने करियर की शुरुआत एक सफल शूटिंग खिलाड़ी के रूप में की थी। केरल स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में तीन गोल्ड मेडल जीतने के बाद उन्होंने सिविल सेवा में आने का मन बनाया और यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस बनीं। मेधा का जन्म 21 अक्टूबर को आगरा में हुआ था, लेकिन उनके पिता की केरल में तैनाती के चलते उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा वहीं से प्राप्त की। वर्ष 2008 में 12वीं के दौरान उन्होंने शूटिंग में हाथ आजमाया और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचीं।

10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में उन्होंने केरल स्टेट रिकॉर्ड भी तोड़ा था। बाद में पिता की प्रेरणा से मेधा ने शूटिंग छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। वर्ष 2014 में परीक्षा उत्तीर्ण कर प्रशासनिक सेवा में चयनित हुईं।

मेधा रूपम की पहली तैनाती बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में हुई थी। इसके बाद वह मेरठ और उन्नाव में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रहीं। मेरठ में तैनाती के दौरान उन्होंने एक शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपने पुराने हुनर का प्रदर्शन भी किया। उनकी प्रशासनिक दक्षता को देखते हुए उन्हें लखनऊ में यूपीएएएम का संयुक्त निदेशक और महिला कल्याण विभाग का विशेष सचिव बनाया गया।

इसके बाद वह बाराबंकी की मुख्य विकास अधिकारी भी रहीं और फिर हापुड़ की जिलाधिकारी नियुक्त की गईं। फरवरी 2023 में उन्हें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का अतिरिक्त सीईओ नियुक्त किया गया। इसके बाद उन्हें कासगंज के डीएम के पद पर तैनात किया गया। अब वे नोएडा की कमान संभालेंगी।’

उत्तर प्रदेश के नोएडा में नए डीएम की तैनाती कर दी गई है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी पद पर कार्यरत मनीष कुमार वर्मा को प्रयागराज भेज दिया गया है। वहीं, कासगंज डीएम के पद पर तैनात मेधा रूपम को नोएडा भेजा गया है। मेधा रूपम इससे पले नोएडा में रह चुकी हैं। दरअसल, ग्रेटर नोएडा की अतिरिक्त सीईओ के तौर पर काम कर चुकी हैं। मेधा रूपम के पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता की देश के मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं। मेधा रूपम अपने पिता से काफी प्रभावित रही हैं। उनकी ही प्रेरणा पर उन्होंने आईएएस के तौर पर काम शुरू किया।

वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी सिंह का कहना है 

देश के चीफ इलेक्शन कमिश्नर की बेटी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा में डीएम के रूप में तैनाती मिली । मेधा रूपम 2014 में IAS चुनी गईं थीं । चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेन्द्र कुमार आगरा के रहने वाले हैं । मेधा अपनी छोटी सी सर्विस में पहले भी नोएडा में ही तैनाती पाती रही हैं । इसके पहले वे ग्रेटर नोएडा अथारिटी में थीं । वे कासगंज में भी डीएम रही हैं । वे यूपी कैडर की अधिकारी नहीं हैं लेकिन यूपी कैडर के एक अधिकारी से विवाह के बाद उन्हें यूपी कैडर में समायोजन मिल गया । उनके पति मनीष बंसल को सहारनपुर का डीएम बनाया गया है ।

SIR के बिहार में स्तेमाल के चलते ज्ञानेन्द्र कुमार आजकल विवादों में हैं ।

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