बरेली में NCERT की नकली किताबें पकड़ी फैक्ट्री में छापकर ट्रकों से दूसरे जिलों में की जा रहीं थी सप्लाई दिल्ली से पहुंची टीम ने मारा छापा,

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT ) की नकली किताबें छापी जा रही थी। यह किताबें बरेली के भोजीपुरा स्थित फैक्ट्री में छापी जा रहीं थी। दिल्ली से पहुंची टीम ने पुलिस के साथ यहां छापा मारा। भारी संख्या में किताबें बरामद की गईं हैं।

फिल्हाल फैक्ट्री मालिक का अभी तक पता नहीं चल सका है। किताबों से भरे एक ट्रक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और फैक्ट्री में जो किताबें मिलीं हैं उन्हें भी कब्जे में लेकर जांच शुरु कर दी गई है।

दिल्ली से बरेली पहुंची टीम

NCERT के 5 अधिकारी शुक्रवार को बरेली पुलिस के साथ फैक्ट्री पहुंचे। पुलिस टीम ने देखा तो पता चला है कि फैक्ट्री पर बाहर कोई बोर्ड नहीं है। टीम के अधिकारियों ने बाहर कुछ आने जाने वाले लोगों से पूछा की फैक्ट्री में क्या काम होता है।

इस पर किसी ने जानकारी होने से मना कर दिया। टीम अंदर घुसी तो देखा कि 70 से 80 कर्मचारी मौजूद हैं। मशीनो से फर्जी किताबों को छापा जा रहा था।

पुलिस का छापा पड़ते ही कर्मचारी दीवार फांदकर भाग निकले। पुलिस ने पांच कर्मचारियों को पकड़ भी लिया। पुलिस ने गाड़ी मंगवाकर इन किताबों को भरवाया। NCERT ने किताबों की जांच के बाद बताया कि किताबें नकली हैं। बिल्कुल NCERT की तरह अवैध तरह से छापीं जा रही थी।

अधिकारियों ने बताया कि NCERT के दिल्ली ऑफिस को सूचना मिली थी कि भोजीपुरा औद्योगिक क्षेत्र में किताबों की अवैध छपाई हो रही है। एसओ भोजीपुरा तेजवीर सिंह ने बताया कि अभी तक तहरीर नहीं मिली है। पुलिस तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।

वेस्ट यूपी में पहले भी लगे छापे

3 साल पहले यूपी एसटीएफ की मेरठ यूनिट की टीम ने एएसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में छापा मारते हुए मेरठ में 25 करोड़ रुपये की किताबें पकड़ी। बाद में एसटीएफ ने अमरोहा में छापा मारा, यहां भी 15 करोड़ रुपये की किताबें बरामद हुईं। अब बरेली में फर्जी किताबें पकड़ी गईं है। इन किताबों को दुकानों पर सप्लाई किया जाता था, दुकानदारों को इनमें ज्यादा कमीशन मिलता है। NCERT के अधिकारी ही इनकी पहचान कर सकते हैं।

ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन

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