ED की बड़ी कार्रवाई: 31 करोड़ की ठगी
Investment Fraud: 8% ब्याज का लालच देकर 31 करोड़ की ठगी, ‘स्टील और सीमेंट’ के नाम पर खेल, ED का बड़ा एक्शन
मेंगलुरु/बेलगावी: मोटे ब्याज का लालच देकर निवेशकों की मेहनत की कमाई डकारने वाले जालसाजों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कस दिया है। ईडी के मेंगलुरु सब ज़ोनल ऑफिस ने 31.09 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में यल्लप्पा शाम मंगुत्कर, शिवानंद दादू कुंभार और तानाजी शाम मंगुत्कर के खिलाफ विशेष पीएमएलए अदालत में चार्जशीट (Prosecution Complaint) दाखिल की है।
क्या था ‘8% ब्याज’ का मायाजाल?
ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी यल्लप्पा शाम मंगुत्कर और शिवानंद दादू कुंभार ने तानाजी के साथ मिलकर बेलगावी के सैकड़ों निवेशकों को निशाना बनाया।
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धोखाधड़ी का तरीका: आरोपियों ने निवेशकों से वादा किया कि उनके पैसे को शिवानंद दादू कुंभार के ‘स्टील और सीमेंट’ के बिजनेस में लगाया जाएगा।
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मोटा मुनाफा: निवेशकों को हर महीने 8 प्रतिशत तक के भारी ब्याज का लालच दिया गया, जो किसी भी वैध बैंक या निवेश स्कीम से कई गुना ज्यादा था।
कैश में लिया पैसा, निजी ऐश-ओ-आराम पर किया खर्च
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने सोची-समझी साजिश के तहत ज्यादातर निवेश कैश (नकद) के रूप में लिया ताकि रिकॉर्ड न रहे। जब ब्याज और मूलधन लौटाने की बारी आई, तो आरोपियों ने हाथ खड़े कर दिए।
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जांच का खुलासा: ईडी ने पाया कि जो पैसा बैंक खातों के जरिए लिया गया था, उसे बिजनेस में लगाने के बजाय आरोपियों ने अपने निजी कामों और सुख-सुविधाओं पर खर्च कर दिया।
पुलिस FIR से शुरू हुई ED की जांच
इस पूरे घोटाले की शुरुआत बेलगावी शहर के CEN क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर (FIR) से हुई थी, जिसमें आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी (Section 420) और अमानत में खयानत (Section 406) के तहत मामला दर्ज किया गया था। अपराध की गंभीरता को देखते हुए ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
ईडी की इस कार्रवाई से उन पोंजी स्कीम चलाने वालों में हड़कंप मच गया है जो ऊंचे ब्याज का झांसा देकर लोगों को लूटते हैं। फिलहाल, मामले में आगे की जांच और संपत्तियों की पहचान जारी है।
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