दिल की बातें साफ़गोई से पेश करता है कोक स्टूडियो भारत का हिंदी गीत ‘अर्ज़ किया है’ 

दिल की बातें साफ़गोई से पेश करता है कोक स्टूडियो भारत का हिंदी गीत ‘अर्ज़ किया है’ 
मुंबई (अनिल बेदाग): कोक स्टूडियो भारत अपने तीसरे सीजन के पांचवें गाने “अर्ज़ किया है” के साथ भारत की समृद्ध संगीत परंपराओं का जश्न मना रहा है। इस खूबसूरत हिंदी गीत में मशहूर सिंगर-सॉन्गराइटर अनुव जैन ने अपनी प्रतिभा दिखाई है। उन्होंने इस गाने को खुद लिखा, इसका कॉन्सेप्ट बनाया, संगीत दिया और इसे गाया भी है। यह गाना प्यार, दूरी और अनकहे जज्बातों की एक नाजुक कहानी बयां करता है। अनुव जैन ने दिल को छू लेने वाली कहानी कहने के अपने अनूठे अंदाज में इंतजार के पलों, खामोशी के बोझ और दिल की गहरी भावनाओं को बेहद खूबसूरती से व्यक्त किया है।
“अर्ज़ किया है” एक ऐसा गीत है जो दिल की बातें बड़ी साफ़गोई से पेश करता है। इसमें इंतजार, अधूरी बातें और दिल की उम्मीद को बेहद सरल और प्रभावशाली शब्दों में दिखाया गया है। इस गीत की धुन और संगीत भारतीय इलेक्ट्रॉनिक जोड़ी लॉस्ट स्टोरीज़ (ऋषभ जोशी) ने बहुत खूबसूरती से सजाया है, जिससे यह गाना दिल को छू जाता है।
मानसून की शांत पृष्ठभूमि में बना यह हिंदी बैलेड भारत की समृद्ध कविता और संगीत की परंपरा को ताजा करता है। अनुव जैन की गिटार की मधुर धुनों के साथ कोक स्टूडियो भारत ने इसे खूबसूरत दृश्यों और संगीत से जीवंत कर दिया है। यह गीत अपनी गहराई और सादगी को बेहतरीन तरीके से दिखाता है।
शांतनु गांगने , IMX लीड, कोका-कोला इंडिया ने कहा, “इस सीज़न के हर गीत के साथ, कोक स्टूडियो भारत के संगीत के सितारों को और नई ऊंचाइयों तक ले जा रहा है। ‘अर्ज़ किया है’ इस बात का उदाहरण है कि कैसे यह प्‍लेटफॉर्म प्रभावशाली गायकों और वास्‍तविक कहानियों को एक साथ लाता है। साथ ही यह कलाकारों को नई चीज़ें करने और अपने तरीके से संगीत बनाने की पूरी आज़ादी देता है। कोक स्टूडियो भारत को भारत की विविध कहानियों को उनके प्रशंसकों तक पहुंचाने वाला सबसे बड़ा मंच बनाना हमारा उद्देश्‍य है और ‘अर्ज़ किया है’ इस मिशन में एक अहम कदम है।”
गायक-गीतकार और संगीतकार अनुव जैन ने कहा, “कोक स्टूडियो भारत गीतों को उनकी मूल भावना के साथ पेश करता है, और ‘अर्ज़ किया है’ इसका शानदार उदाहरण है। मेरे लिए इस गीत की सबसे खास बात इसके बोल हैं, जो उन भावनाओं को बयां करते हैं जिन्हें हम अक्सर कह नहीं पाते। इस गीत को बनाना और गाना ऐसा था जैसे हिचकिचाहट और उम्मीद के बीच के नाजुक एहसास को पकड़ना, ताकि सुनने वाला सिर्फ शब्द ही ना सुने, बल्कि उनके पीछे की शांति और विश्वास को भी महसूस करे।”
हर नए गीत के साथ, कोक स्टूडियो भारत दर्शकों तक विभिन्न संगीत शैलियों और कलाकारों की आवाज़ें पहुंचाता है, जो अपनी कहानियों से अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ते हैं। लोक संगीत से लेकर आधुनिक धुनों तक, यह एक ऐसा प्‍लेटफॉर्म बन गया है जहाँ संगीत ऐसी भावनाएं जगाता है जो आखिरी सुर के बाद भी लंबे समय तक दिलों में रहती हैं। जैसे-जैसे सीजन 3 आगे बढ़ रहा है, कोक स्टूडियो भारत संगीत के विविध रंगों और गहराई का उत्सव मनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहरा रहा है।

गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन

मुंबई से अनिल बेदाग की रिपोर्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: