नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी के घर हुई चोरी, तोड़-फोड़ का भी लगाया आरोप

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार पासवान ने सदर थाना में आवेदन देकर मुख्य पार्षद पति संतोष साह एवं नप उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिन्हा सहित कुल ग्यारह लोगों को नामजद बनाते हुए अपने घर में जान से मारने की नियत से घर आने एवं तोड़-फोड़ करने तथा सामानों को चुरा लेने का आरोप लगाया है।

नप अधिकारी ने थाने में दिए आवेदन में बताया है कि वे अपने चाचा के श्राद्ध कर्म में गए हुए थे, इसी क्रम में कुछ सामानों की आवश्यक्ता आन पड़ी। इसके लिए 23 जुलाई को कार्यपालक पदाधिकारी ने अपने भाई संतोष कुमार सुमन, भांजपा पिंटू कुमार व नीतीश कुमार के साथ संविदा कर्मी छंगुरी पासवान को भेजा।

इधर सभी लोग उनके सरकारी आवास से सामान पीकअप पर लोड़ करवा रहे थे तभी मुख्य पार्षद पति संतोष कुमार साव, उप मुख्य पार्षद राकेश कुमार सिन्हा, विकास कुमार, अजय कुमार मंडल उर्फ पप्पु, विपीन साह, अनोज तांती, संजीव कुमार सिंह उर्फ कक्कु सिंह, दिवाकर राम, पप्पु साह,मो. महमूद आलम आदि आए और और सबसे पहले उनके कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीभीआर खोलवा लिया। इसके बाद उनके आवास में रखा आगत पंजी, सरकारी पत्र और लेपटॉप ले लिया। इसके साथ ही उसके द्वारा उनकी पत्नी का सोने का जेवरात आदि को भी उन लोगों ने चुरा लिया। इस दौरान उनके भाई द्वारा इन सब की जानकारी उन्हें दे दी गई।

जिसपर वे एसपी को स्थानीय थाना एवं एसपी को कॉल कर इस घटना की जानकारी दी। जबतक पुलिस पहुंची वे लोग वहां से भाग गए। कार्यपालक पदाधिकारी ने आरोप लगाया है कि जाते जाते उन लोगों ने जाति सूचक गाली देते हुए जान से मारने की भी धमकी दी है। इसे लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।

*9 जुलाई को आया था अविश्वास प्रस्ताव

9 जुलाई को नप अधिकारी के खिलाफ बोर्ड की बैठक कर मुख्य पार्षद रेखा देवी, उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिन्हा सहित कुल 21 प्रभाग आयुक्त ने नगर परिषद की धारा 41 के तहत बैठक बुला कर नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद पासवान को पद से हटाने एवं वित्तिय अधिकार पर तत्काल रोक लगाने का प्रस्ताव पारित किया था। साथ ही इनके कार्यकाल में किए गए योजनाओं एवं कार्यों की जांच कराने की भी मांग विभाग से की थी। अविश्वास प्रस्ताव लाने के दौरान सभी ने नप अधिकारी पर मनमाने ढंग से कार्य करने, पार्षदों को दरकिनार करते हुए सशक्त स्थायी समिति को अंधकार में रखकर अपने हित में कार्य करने की बात कही थी।

पूर्व में नप अधिकारी के द्वारा बैठक बुलाने पर मुख्य पार्षद ने डीएम से की थी शिकायत

बताते चलें कि अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ नप अधिकारी ने पूर्व में एक बैठक बुलाई थी जिसका बहिस्कार कर मुख्य पार्षद एवं अन्य ने डीएम धर्मेंद्र कुमार से अवैध तरीके से बैठक बुलाने का आरोप लगाया था। इस बात पर जिलाधिकारी ने उस वक्त नप अधिकारी अरविंद पासवान को बैठक बुलाने का अधिकार नहीं होने की बात कहते हुए आगे ऐसा नहीं करने की हिदायत दी थी

*कहते है एसपी

घटना के संबंध में एसपी जगुनाथरेड्डी ने बताया कि नप कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा घर में सामानों की तोड़-फोड़ व चोरी की शिकायत और जान मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई गई है।जाँच की जा रही है जांच की सत्यता पाई जाएगी तो कार्रवाई होगी। जो भी सामने आएगा उस ओर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 

रिपोर्ट,मो.अंजुम आलम,जमुई (बिहार)

 

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