भारत का पहला राज्य बना – ‘बिहार’ जहाँ कुत्ते का भी बनाया जाता है निवास प्रमाण-पत्र
जी है सही पढ़ा आपने दरसल मामला कुछ ऐसा है की बिहार में पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग तरह के प्रमाण पत्र बनने की खबरें सामने आ रही हैं. कभी ट्रैक्टर के नाम पर तो कभी ब्लूटूथ के नाम पर प्रमाण पत्र बन रहे हैं. अब इसी कड़ी में एक और कहानी जुड़ गई है. राजधानी के मसौढ़ी अंचल कार्यालय से एक ऐसा प्रमाण पत्र जारी हुआ है जो अब खबर बन गया है.राजधानी के मसौढ़ी अंचल कार्यालय के आरपीएस पोर्टल से एक ऐसा निवास प्रमाण पत्र जारी हुआ है जिसकी चर्चा सभी जगह हो रही है. दरअसल यहां एक कुत्ते का निवास प्रमाण पत्र बना है. सर्टिफिकेट पर आवेदक का नाम साफ-साफ डॉग बाबू लिखा है. जबकि पिता का नाम कुत्ता बाबू, माता का नाम कुत्तिया देवी और पता, मोहल्ला काउली चक, नंबर 15, नगर परिषद मसौढ़ी लिखा हुआ है. इतना ही नहीं इस पर तारीख और स्थान भी लिखा हुआ है, साथ ही साथ प्रमाण पत्र संख्या भी लिखी है.
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर दिल्ली की एक महिला के दस्तावेज से छेड़छाड़ करके इस निवास प्रमाण पत्र को बनाया गया है. इस निवास प्रमाण पत्र के जारी होने के बाद विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है.
प्रशासनिक अमले में चर्चा है कि इस गलती के पीछे जो भी नाम सामने आएंगे उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. मामला भी दर्ज किया जा सकता है. इस निवास प्रमाण पत्र के जारी होने के बाद पूरे मामले की जांच के आदेश तत्काल प्रभाव से दे दिए गए हैं.
‘डॉग बाबू’ को मिला प्रमाण-पत्र : आम निवासियों को निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए काफी धक्के खाने पड़ते हैं लेकिन एक कुत्ते का निवास प्रमाण पत्र आसानी से बन गया. सर्टिफिकेट पर साफ-साफ नाम लिखा है ‘डॉग बाबू’, पिता का नाम ‘कुत्ता बाबू’, माता का नाम ‘कुतिया बाबू’ और पता – मोहल्ला काउलीचक, वार्ड नंबर 15, नगर परिषद मसौढ़ी. इस प्रमाण पत्र की संख्या BRCCO/2025/15933581 है.
किसान नेता योगेन्द्र यादव ने आपने X हेंडल पर लिखा है :
अपनी आँखों से देख लीजिए! बिहार में 24 जुलाई को एक कुत्ते ने आवास प्रमाण पत्र बनवा लिया।
यह वही प्रमाणपत्र है जिसे बिहार में SIR में मान्य किया जा रहा है, जबकि आधार और राशन कार्ड को फ़र्ज़ी बताया जा रहा है। आप ख़ुद फ़ोटो और नाम जाँच लीजिए:
‘डॉग बाबू’, पिता का नाम ‘कुत्ता बाबू’, माता का नाम ‘कुतिया बाबू’ और पता – मोहल्ला काउलीचक, वार्ड नंबर 15, नगर परिषद मसौढ़ी. इस प्रमाण पत्र की संख्या BRCCO/2025/15933581 है.
परेशान ना हों: सरकार ने इस मामले में कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है!
(स्रोत: ETV Bharat) चुनाव आयोग के जवाब की प्रतीक्षा है!