बड़ी खबर : किसान एकता संघ ने मनाया विश्वाघात दिवस

बरेली (अशोक गुप्ता )- किसान एकता संघ के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवि नागर के नेतृत्व कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया

और केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी और विश्वासघात का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किसान आंदोलन के समय से समझौते को अभी तक अमल में नहीं लाया गया है संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने केंद्र सरकार की किसान विरोधी कानून को रद्द करने न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी हासिल करने और अन्य किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ एक अभूतपूर्व आंदोलन चलाया था इस आंदोलन के चलते किसान विरोधी कानून को रद्द किया गया संयुक्त किसान मोर्चा ने कि सरकार के आश्वासन पर आंदोलन को वापस लिया था और और किसानों ने समझौते को अमल में लाने की मांग की थी किंतु 9 दिसंबर के निर्णय के बाद अभी तक केंद्र सरकार ने कोई भी समझौते की दिशा में कदम ना उठाने का कार्य किया है उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान किसानों के हित में धोखा दिया है उनके साथ विश्वासघात किया है और राज्य सरकारों को अभी तक केंद्र सरकार की ओर से कोई चिट्ठी भी नहीं दी गई है सरकार का वादा था आंदोलन के दौरान शहीद परिवारों को हरियाणा उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य राज्यों की सरकारें मुआवजा देंगी पर अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बाबत कोई कार्यवाही शुरू नहीं की है केंद्रीय कृषि मंत्री ने एक कमेटी बनाने की भी घोषणा की थी जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य को दिलाने का वादा किया गया था लेकिन अभी तक यह वादा पूरा नहीं किया गया है डॉ रवि नागर ने कहा कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड में एसआईटी की रिपोर्ट में षड्यंत्र की बात स्वीकार करने के बाद भी प्रमुख षड्यंत्रकारी अजय मिश्रा का केंद्रीय मंत्रिमंडल में बने रहना संवैधानिक एवं राजनीतिक मर्यादा के खिलाफ है यह तो किसानों के घाव पर नमक छिड़कने का काम है दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस इस घटना में नामजद किसानों को केस में फंसाने गिरफ्तार करने का काम कर रही है उन्होंने कहा कि हम देश के अन्नदाता हैं और देश के मुखिया से यह मांग करते हैं कि सरकार उनके विश्वास को ना तोड़े सत्ता किसान के धैर्य की परीक्षा लेना बंद करें अन्यथा फिर हमें दोबारा आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा । बाईट रवि नागर किसान नेता

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