Bareilly UP : 240 करोड़ के एनएच-74 घोटाले में जांच के घेरे में अधिकारी, करोड़ों की संपत्ति व चुनाव खर्च पर भी सवाल
240 करोड़ के एनएच-74 घोटाले में जांच के घेरे में अधिकारी, करोड़ों की संपत्ति व चुनाव खर्च पर भी सवाल
बरेली। उत्तराखंड के डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक एवं वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह के बरेली स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार सुबह छापा मारा।
भूमि अधिग्रहण घोटाले से जुड़े इस मामले में सुबह करीब 9 बजे पांच गाड़ियों में पहुंची ईडी टीम ने इंटरनेशनल सिटी स्थित उनके बंद मकान का ताला तोड़कर जांच शुरू की। छापेमारी दोपहर तीन बजे तक जारी रही।
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय राजमार्ग-74 (एनएच-74) के भूमि अधिग्रहण घोटाले से जुड़ी है, जिसमें दिनेश प्रताप सिंह मुख्य आरोपी हैं। वर्ष 2011 से 2016 के बीच गदरपुर और आसपास की कृषि भूमि को गैर–कृषि दर्शाकर करोड़ों के मुआवजे में गड़बड़ी की गई थी।
करीब 240 करोड़ रुपये के इस घोटाले में वर्ष 2017 में एसआईटी ने दिनेश प्रताप को गिरफ्तार किया था। वे 15 महीने जेल में रहने के बाद हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए थे।
ईडी टीम ने छापे के दौरान घर के भीतर लॉकर आदि को तोड़कर दस्तावेज खंगाले। हालांकि जांच में क्या मिला, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। टीम कई दस्तावेज साथ लेकर रवाना हुई।
राजनीतिक कनेक्शन और संपत्ति पर भी नजर
दिनेश प्रताप सिंह की पत्नी अलका सिंह वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर बिथरी चैनपुर सीट से प्रत्याशी रही हैं। इससे पहले वह भाजपा में भी सक्रिय थीं, लेकिन टिकट न मिलने पर कांग्रेस में शामिल हो गईं। जांच एजेंसियों को शक है कि चुनावी खर्च में भी अवैध कमाई का इस्तेमाल हुआ हो सकता है।
परिवार की संपत्तियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। चर्चा है कि करोड़ों की चल-अचल संपत्तियां इनके पास हैं। इनकी बेटी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही है। बताया जा रहा है कि पिछले एक वर्ष से यह मकान बंद था और परिवार का कोई सदस्य यहां नहीं रह रहा था।
ईडी की यह कार्रवाई राजनीतिक व प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। अधिकारी व राजनीतिक दलों के बीच हलचल मच गई है।
बरैली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट