Bareilly UP : लोकमोर्चा के संयोजक और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बरेली में प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा और आरएसएस पर तीखा प्रहार किया।

बरेली। लोकमोर्चा के संयोजक और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बरेली में प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा और आरएसएस पर तीखा प्रहार किया।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सीधे तौर पर निशाने पर लेते हुए कहा कि “एक समय चाय बेचने वाला आज देश की संपत्तियों को बेचने में लगा है, और जो खुद को योगी कहते हैं वे शराब की दुकानें खोलकर युवाओं को विनाश की राह पर धकेल रहे हैं।”

“देश की दौलत अडानी-अंबानी के हवाले कर दी गई”

मौर्य ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश के एयरपोर्ट, पोर्ट, एयर इंडिया, एलआईसी जैसी तमाम राष्ट्रीय संस्थाएं निजी हाथों में सौंप दी गईं। उन्होंने कहा, “मोदी ईस्ट इंडिया कंपनी से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहे हैं। भाजपा हिंदू-मुस्लिम का झूठा नैरेटिव गढ़कर असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है।”

योगी सरकार पर शिक्षा विरोधी नीति अपनाने का आरोप

मौर्य ने योगी सरकार पर राज्य में 27 हजार स्कूल बंद कराने और करीब 13 लाख बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों को प्राथमिकता दी जा रही है, हर 400 मीटर की दूरी पर शराब की दुकान खोलकर समाज को तबाह किया जा रहा है।

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “जिसे पीठाधीश्वर और योगी कहा जाता है, वही आज स्कूलों को बंद करवा रहा है और मॉडल बीयर शॉप खोल रहा है। भाजपा को अब स्कूल और शराब की दुकान में अंतर नहीं दिखाई देता।”

दलित, पिछड़े, और वंचित वर्ग पर बढ़ते अत्याचार

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। SC-ST-OBC वर्ग के युवा मारे जा रहे हैं, बेटियों से दुष्कर्म हो रहे हैं, और एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाती क्योंकि अपराधियों का संबंध भाजपा या सत्ता से होता है।

“योगी दिन-रात ‘जीरो टॉलरेंस’ की रट लगाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि प्रदेश जंगलराज की ओर बढ़ रहा है,” उन्होंने कहा।

“जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” लोकमोर्चा का एजेंडा मौर्य ने 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर साफ किया कि लोकमोर्चा अब वंचितों को सत्ता में भागीदारी दिलाने के मिशन पर है। उन्होंने नारा दिया “उत्तर प्रदेश बचाना है, भाजपा को हटाना है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि अब वक्त आ गया है जब समाज के दबे-कुचले तबके को सत्ता में समान भागीदारी मिले।

उपराष्ट्रपति का इस्तीफा, भाजपा सरकार की विफलता का प्रतीक उन्होंने हाल ही में उपराष्ट्रपति के इस्तीफे को सरकार की असफलता का प्रमाण बताया। साथ ही कहा कि “जब प्रदेश के मंत्री ही कहने लगें कि अधिकारी उनकी नहीं सुनते, तो समझ लीजिए सरकार कैसे चल रही है।”

उन्होंने यह भी दावा किया कि योगी आदित्यनाथ अब कमजोर पड़ चुके हैं, और रोज़ दिल्ली दरबार में पेशी देनी पड़ रही है। सत्ता के गलियारों में चर्चा है कि उनका जाना तय है।

मस्जिद की बैठक पर सियासत “मोदी को मुल्ला क्यों नहीं कहा जाता?”

अखिलेश यादव के मस्जिद में बैठक करने को लेकर उठे विवाद पर मौर्य ने सवाल किया “अगर मोदी अजमेर शरीफ जाकर चादर चढ़ा सकते हैं, मुस्लिम टोपी पहन सकते हैं, तो क्या उन्हें ‘मुल्ला मोदी’ कहा जाता है?” उन्होंने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।

कांवड़ियों के नाम पर अपराध “असली श्रद्धालुओं को बदनाम कर रहे सत्ता संरक्षित गुंडे”

कांवड़ यात्रा के नाम पर हो रही घटनाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि “भोलेनाथ का सच्चा भक्त अपराधी नहीं हो सकता। सड़कों पर जो हिंसा, तोड़फोड़, और उत्पात मचा रहे हैं, वे असली कांवड़िए नहीं, बल्कि सत्ता पोषित गुंडे हैं।”

भाजपा नेताओं की बेटियों की शादियां और दोहरी मानसिकता

मौर्य ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस के बड़े नेताओं की बेटियों की शादियों की सच्चाई सबको पता है, लेकिन वे जनता को हिंदू-मुस्लिम के नाम पर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अब आरक्षण को खत्म करने और संविधान को बदलने की दिशा में काम कर रही है।

बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट

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