बरेली। बरेली कॉलेज चौराहे स्थित शंकर मोचन मंदिर बुधवार सुबह रणभूमि में बदल गया।
बरेली। बरेली कॉलेज चौराहे स्थित शंकर मोचन मंदिर बुधवार सुबह रणभूमि में बदल गया। मंदिर के पुजारी और मोहल्ले के लोगों में विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई। पुलिस पहुंची तो भीड़ ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की कर दी। पूरा घटनाक्रम मोबाइल कैमरे में कैद हुआ और अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
17 साल से सेवा कर रहे पुजारी पर हमला
पुजारी रामशंकर पांडे ने बताया कि वह पिछले 17 वर्षों से अपनी पत्नी गीता के साथ मंदिर की सेवा में लगे हैं। बुधवार सुबह यादव मोहल्ले की कई महिलाएं और पुरुष अचानक मंदिर पहुंचे और उनसे मारपीट शुरू कर दी। आरोप है कि उनका सामान बाहर फेंक दिया गया, मोबाइल छीना गया और जान से मारने की धमकी दी गई।
मंदिर की जमीन पर कब्जे की साजिश का आरोप
पुजारी का कहना है कि मोहल्ले के कुछ लोगों की नजर मंदिर की कीमती जमीन पर है। वे मंदिर पर कब्जा कर अपने मनपसंद पुजारी को बैठाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि कई बार चेतावनी देने के बावजूद ये लोग मंदिर में दखल देने से बाज नहीं आए।
पुलिस पहुंची तो हुआ धक्का-मुक्की
घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया। लेकिन इस दौरान भीड़ ने पुलिसकर्मियों से भी बदतमीजी की और धक्का-मुक्की कर दी। हंगामे का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने कहा कि फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
मोहल्ले वालों का पलटवार, मंदिर में होती थीं गलत गतिविधियां
मोहल्ले के लोगों का कहना है कि पुजारी के खिलाफ पहले से कई शिकायतें हैं। आरोप है कि मंदिर परिसर में गलत गतिविधियां होती थीं। कई बार चेतावनी देने के बाद भी उन्होंने स्थान नहीं छोड़ा, जिससे बुधवार को विवाद भड़क गया। कोतवाली पुलिस ने पुजारी रामशंकर पांडे की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है। वायरल वीडियो को प्राथमिक साक्ष्य मानते हुए आरोपियों की पहचान और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट