बरेली। एसटीएफ बरेली ने शुक्रवार को बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए बरेली ज़ोन के सबसे बड़े इनामी अपराधी सुमित को दबोच लिया।

बरेली। एसटीएफ बरेली ने शुक्रवार को बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए बरेली ज़ोन के सबसे बड़े इनामी अपराधी सुमित को दबोच लिया। उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था। सुमित वर्ष 2015 से हत्या के आरोप में जेल में बंद था, लेकिन 2018 में बदायूं जेल से फरार हो गया था और तब से लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था।

भाई की हत्या का बदला बना अपराध की वजह वर्ष 2014 में सुमित के बड़े भाई रिंकू की हत्या हुई थी। इसमें मुरादाबाद के तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख डिलारी और उनके साथियों पर आरोप लगे थे।

इसी का बदला लेने के लिए सुमित ने 2015 में राजनेता योगेंद्र उर्फ भूरा की हत्या कर दी। इस मामले में थाना सिविल लाइन्स, मुरादाबाद में मुकदमा दर्ज हुआ और सुमित को जेल भेज दिया गया।

जेल से फरारी 12 मई 2018 को सुमित ने जिला जेल बदायूं की दीवार रस्सी के सहारे कूदकर फरार हो गया। उसका साथी चंदन दीवार नहीं कूद पाया और पकड़ लिया गया, लेकिन सुमित भाग निकला। इसके बाद अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध ने उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया।

फर्जी पहचान और राज्यों से बाहर तक छिपता रहा

फरार रहने के दौरान सुमित ने अपनी पहचान छिपाने के लिए ‘शुभम शर्मा’ नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया। वह दिल्ली, मेरठ, तमिलनाडु, असम, उड़ीसा और नेपाल में ठिकाने बदलकर छिपता रहा। पुलिस का कहना है कि वह पीलीभीत-टनकपुर मार्ग से फिर से नेपाल भागने की फिराक में था।

सर्विलांस से बचने का तरीका सुमित पुलिस की सर्विलांस तकनीक से बचने में माहिर था। उसने कभी भी अपने परिवार वालों से सीधे मोबाइल कॉल या सोशल मीडिया पर संपर्क नहीं किया। रिश्तेदारों में पुलिसकर्मी होने के कारण उसे सर्विलांस से बचने के तरीके पहले से पता थे।

एसटीएफ की रणनीति और गिरफ्तारी एसटीएफ ने खुफिया जानकारी, लगातार सर्विलांस और पुराने मामलों की कड़ियों को जोड़कर उसकी लोकेशन का पता लगाया। शुक्रवार को उसे दबोच लिया गया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि फरारी के दौरान किसने उसकी मदद की और फर्जी पहचान कैसे तैयार की।

आपको बता दे आगे की कार्रवाई पर पुलिस ने बताया कि सुमित पर हत्या समेत कई गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज है। अब उसे कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जांच होगी कि फरारी के दौरान उसे किन लोगों से मदद मिली।

संपूर्ण गिरफ्तारी को पुलिस ने बड़ी सफलता बताया है।

बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट

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