बरेली। साध्वी प्राची के मुस्लिम समुदाय पर दिए गए विवादित बयान को लेकर देशभर में बवाल मच गया है।
बरेली। साध्वी प्राची के मुस्लिम समुदाय पर दिए गए विवादित बयान को लेकर देशभर में बवाल मच गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने साध्वी प्राची के बयान को “जहरीला, भड़काऊ और इंसानियत के खिलाफ” बताया है। उन्होंने कहा कि साध्वी का यह बयान सीधे तौर पर हेट स्पीच के दायरे में आता है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट को स्वतः संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
दरअसल, शनिवार को संभल में आयोजित एक कार्यक्रम में साध्वी प्राची ने कहा था कि “दंगों में शामिल मुस्लिम बच्चों की नसबंदी करवा देनी चाहिए और अगर वे दोबारा शामिल हों तो उनका एनकाउंटर कर देना चाहिए।” इस विवादित बयान पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि साध्वी प्राची की सोच खतरनाक और साम्प्रदायिक है।
मौलाना ने कहा, “एक धार्मिक महिला होकर साध्वी समाज को जोड़ने की बजाय तोड़ने का काम कर रही हैं। उनका बयान बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। डेमोग्राफी का हवाला देकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, जो देश की एकता के लिए खतरनाक है।”

उन्होंने आगे कहा कि भारत का संविधान हर नागरिक को धर्म पालन की पूरी स्वतंत्रता देता है। साध्वी प्राची को समझना चाहिए कि भारत किसी एक धर्म का नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लोगों का देश है। इस तरह के बयानों से नफरत और फिर्कापरस्ती बढ़ती है।
मौलाना ने केंद्र और न्यायपालिका से मांग की कि ऐसे नफरत फैलाने वाले बयानों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धर्म के नाम पर देश की शांति और भाईचारे को चोट न पहुंचा सके।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट
