बरेली राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमास के समक्ष एकत्रित होकर बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की तथा सभा का आयोजन कर बापू के क्रांतिकारी इतिहास और उनकी कुरबानी को याद कर उनके आदर्शो पर चलकर देश की एकता एंव अखण्डता को मजबूत करने तथा देश के नौजवानों से उनके मार्गदर्शन पर चलने का आवाहन क़िया और बापू इतिहास एंव कुर्बानी को तोड़ मरोड़ के पेश करने एंव बापू विचारधारा के दुश्मनों से संघर्ष करने का संकल्प लिया