Bareilly-Dr. Arun Kumar-Minister : UP-जैव विविधता सुरक्षित रखने में हर व्यक्ति अपना योगदान करें
जैव विविधता सुरक्षित रखने में हर व्यक्ति अपना योगदान करें – मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना
जैव विविधता सुरक्षित रखने में हर व्यक्ति अपना योगदान करें – मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना बरेली राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण वन व जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि पौधरोपण, जैव विविधता, वन एवं वेटलैंड्स सहित समस्त पारिस्थितिक तंत्र का संरक्षण व संवर्धन में योगदान व सक्रिय सहयोग प्रकृति के उपकारों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक सरल उपाय है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक आयु के व्यक्ति से इस दिशा में कार्य कर जैव विविधता सुरक्षित रखने में अपना योगदान करें। राज्य मंत्री ने आह्वान किया कि ‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास’’ की भावना के अनुरूप पौध रोपित, सिंचित व सुरक्षित कर एवं प्रदेश सरकार द्वारा जैव विविधता सुरक्षा व वृद्धि हेतु किए जा रहे प्रयासों में सहयोगी व सहभागी बनकर प्रदेश को जलवायु परिवर्तन की दर में वृद्धि के प्रतिकूल प्रभावों से सुरक्षित रखने में सहयोगी व सहभागी बनें।
अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर आज आई.वी.आर.आई. में आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान डॉ. अरुण कुमार सक्सेना एवं सांसद संतोष गंगवार ने सभागार में ‘‘समस्त जीवन के लिए साझा भविष्य का निर्माण’’ (Building a Shared Future for All Life) विषयवस्तु पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर जैव संसाधन का उपयोग करने वाले व्यापारियों, विनिर्माताओं, जैव विविधता प्रबंध समितियों के पदाधिकारियों व सदस्यों, प्रगतिशील कृषकों, विभिन्न अनुसंधान संस्थानों व गैर सरकारी सदस्यों के प्रतिनिधियों, उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के गैर सरकारी सदस्यों, कृषि, पशुधन विकास, मत्स्य, उद्यान विभाग एवं पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर माननीय मंत्री जी ने कहा कि धरती के पर्यावरण अर्थात प्राणी व पादप प्रजातियों, नदियाँ, वेटलैंड, मृदा सहित समस्त सजीव व निर्जीव घटकों को समेकित रूप से संरक्षित कर ही हम धरती को बनाए व बचाए रखने में सफल हो सकते हैं।
उक्त के परिपेक्ष्य में अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की विषयवस्तु ‘‘समस्त जीवन के लिए साझा भविष्य का निर्माण‘‘ (Building a Shared Future for All Life) अत्यन्त प्रासंगिक है।माननीय मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में जैव विविधता संरक्षण व संवर्धन, प्रदेश को हरा-भरा कर स्वच्छ व स्वस्थ पर्यावरण उपलब्ध कराने एवं कीट पतंगों, पक्षियों सहित विभिन्न वन्य प्राणियों को भोजन, जल व आश्रय उपलब्ध करवाने के लिए विगत पॉच वर्षों में मुख्यमंत्री के युवा, गतिशील व ऊर्जस्वी नेतृत्व में 100 करोड़ से अधिक पौधे रोपित कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया है।
माननीय मन्त्री ने कहा कि समाज के समस्त वर्गों की सहभागिता से प्रदेश में आगामी पॉच वर्षों में 175 करोड़ पौध रोपित किए जाने हेतु प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश वासियों विशेषकर महिलाओं, बच्चों व युवाओं को कुपोषण से मुक्त कर रोगों से लड़ने हेतु प्रतिरोधक क्षमता का विकास कर स्वस्थ रखने, पशुओं के लिए चारे व वनाधारित उद्योगों के लिए कच्चे माल की उपलब्धता बढ़ाने हेतु विभागीय पौधारोपणों में सहजन, अमरूद, नीम, ऑवला, जामुन, आम, अनार, बेल सहित औषधीय व सुगन्धित, औद्योगिक व इमारती, चारा, शोभाकार एवं पर्यावरणीय महत्व की प्रजातियों के रोपण को वरीयता दी जा रही है। माननीय मंत्री जी ने कहा कि वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण के परिणाम स्वरूप प्रदेश के वनावरण व वृक्षावरण में वृद्धि एवं प्राकृतवास में सुधार के परिणाम स्वरूप राष्ट्रीय पशु बाघ व राष्ट्रीय पशु हाथी की संख्या में वृद्धि हुई है। जैव विविधता व पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रदेश सरकार के प्रयासों को अन्तर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है तथा विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर सांसद संतोष गंगवार ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज का विचार विमर्श सम्पूर्ण समाज के लिए उपयोगी व हितकारी है। अपर मुख्य सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन/अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड मनोज सिंह ने प्रदेश में विद्यमान जैव विविधता परिदृश्य पर प्रकाश डालते
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