बरेली। जिले के स्कूलों में शिक्षण कार्य में लापरवाही और समय से उपस्थिति न दर्ज कराने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) संजय सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है।

बरेली। जिले के स्कूलों में शिक्षण कार्य में लापरवाही और समय से उपस्थिति न दर्ज कराने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) संजय सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। बीएसए कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार 21 सितंबर से 20 अक्टूबर तक अनुपस्थित या देर से पहुंचने वाले 99 शिक्षकों, हेडमास्टरों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा।

निरीक्षण में उजागर हुई अनियमितता, कई स्कूल प्रार्थना सभा के समय बंद मिले

बीएसए कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक विभागीय अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में शिक्षक बिना सूचना अनुपस्थित या देर से पहुंचे पाए गए।

कई स्कूल प्रार्थना सभा के समय बंद मिले, वहीं कई स्थानों पर बच्चों की उपस्थिति अत्यंत कम थी।

निरीक्षण रिपोर्ट में शिक्षण कार्य में ढिलाई और विद्यालय संचालन में अनियमितता की पुष्टि हुई।

पांच हेडमास्टर, 51 शिक्षामित्र, 29 सहायक शिक्षक और 14 अनुदेशक पर कार्रवाई

बीएसए ने बताया कि दोषी पाए गए कुल 99 कर्मियों में 5 हेडमास्टर, 51 शिक्षामित्र, 29 सहायक शिक्षक और 14 अनुदेशक शामिल हैं।

सभी के विरुद्ध एक दिन के वेतन कटौती की कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि भविष्य में अनुपस्थिति या लापरवाही पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाए।

शिक्षण कार्य में ढिलाई बर्दाश्त नहीं : बीएसए

बीएसए संजय सिंह ने कहा कि शिक्षण कार्य में ढिलाई किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है। विद्यालयों में समय से उपस्थिति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कराना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कोई शिक्षक या शिक्षामित्र फिर लापरवाही करता पाया गया, तो उसके खिलाफ

बरेली। जिले के स्कूलों में शिक्षण कार्य में लापरवाही और समय से उपस्थिति न दर्ज कराने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) संजय सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। बीएसए कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार 21 सितंबर से 20 अक्टूबर तक अनुपस्थित या देर से पहुंचने वाले 99 शिक्षकों, हेडमास्टरों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा।

निरीक्षण में उजागर हुई अनियमितता, कई स्कूल प्रार्थना सभा के समय बंद मिले

बीएसए कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक विभागीय अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में शिक्षक बिना सूचना अनुपस्थित या देर से पहुंचे पाए गए।

कई स्कूल प्रार्थना सभा के समय बंद मिले, वहीं कई स्थानों पर बच्चों की उपस्थिति अत्यंत कम थी।

निरीक्षण रिपोर्ट में शिक्षण कार्य में ढिलाई और विद्यालय संचालन में अनियमितता की पुष्टि हुई।

पांच हेडमास्टर, 51 शिक्षामित्र, 29 सहायक शिक्षक और 14 अनुदेशक पर कार्रवाई

बीएसए ने बताया कि दोषी पाए गए कुल 99 कर्मियों में 5 हेडमास्टर, 51 शिक्षामित्र, 29 सहायक शिक्षक और 14 अनुदेशक शामिल हैं।

सभी के विरुद्ध एक दिन के वेतन कटौती की कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि भविष्य में अनुपस्थिति या लापरवाही पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाए।

शिक्षण कार्य में ढिलाई बर्दाश्त नहीं : बीएसए

बीएसए संजय सिंह ने कहा कि शिक्षण कार्य में ढिलाई किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है। विद्यालयों में समय से उपस्थिति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कराना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कोई शिक्षक या शिक्षामित्र फिर लापरवाही करता पाया गया, तो उसके खिलाफ

बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट

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