आयुष्मान झांसा, मौत और ₹5 लाख की लूट
🚨 ब्रेकिंग: आयुष्मान कार्ड के नाम पर लूट, ₹5.5 लाख ऐंठने के बाद मरीज की मौत! बरेली के सनराइज अस्पताल पर FIR
मुख्य शीर्षक (Headline Focus: आयुष्मान कार्ड घोटाला, बरेली, निजी अस्पताल, FIR)
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जगह: बरेली, उत्तर प्रदेश
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आरोप: सनराइज मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल पर आयुष्मान कार्ड के तहत मुफ्त इलाज का झांसा देकर ₹5.33 लाख से अधिक की वसूली का आरोप।
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हादसा: इलाज में लापरवाही के कारण मरीज उर्वेश कुमार (31) की मौत का आरोप।
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कार्रवाई: कोर्ट के आदेश पर अस्पताल के डॉक्टर और मैनेजर के खिलाफ FIR दर्ज।
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योजना का दुरुपयोग: गरीब परिवार से इलाज के नाम पर जबरन वसूली।
🏥 आयुष्मान कार्ड का वादा, लाखों की वसूली: बरेली के निजी अस्पताल पर सनसनीखेज आरोप
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक निजी अस्पताल की कथित धोखाधड़ी और लापरवाही ने स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भमोरा थाना क्षेत्र की निवासी लक्ष्मी देवी ने सनराइज मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल (100 फुटा रोड) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उनके पति उर्वेश कुमार की मौत अस्पताल की घोर लापरवाही और जबरन वसूली के कारण हुई है।
एफआईआर के मुताबिक, 25 सितंबर 2025 को उर्वेश कुमार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर रिहान अहमद और मैनेजर सोहिल खान ने परिवार को भरोसा दिलाया था कि आयुष्मान कार्ड के तहत पूरा इलाज मुफ्त होगा।
“अस्पताल ने वादा किया था कि आयुष्मान कार्ड से पूरा इलाज होगा, एक रुपया भी नहीं देना पड़ेगा। लेकिन भर्ती के दो घंटे बाद ही धमकी देकर पैसे मांगना शुरू कर दिया गया।”
💰 धमकी और मौत के बाद भी चुप कराने की कोशिश
पीड़ित परिवार का आरोप है कि अस्पताल ने धमकी दी कि “पैसे नहीं दोगी तो मरीज मर जाएगा।” इस डर से गरीब महिला लक्ष्मी देवी ने गांव और कस्बे से कर्ज लेकर किस्तों में ₹5,33,500 की बड़ी रकम अस्पताल को दी। आरोप है कि कई भुगतानों की रसीद तक परिवार को नहीं दी गई।
2 अक्टूबर को जब उर्वेश कुमार की मौत हुई, तो परिवार द्वारा पोस्टमार्टम की मांग पर अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। आरोप है कि प्रबंधन ने सारा पैसा वापस करने और सरकार से ₹5 लाख दिलवाने का झांसा देकर परिवार के सदस्यों से सादे कागजों पर अंगूठे लगवा लिए और किसी तरह पोस्टमार्टम नहीं होने दिया।
📜 कोर्ट के आदेश पर डॉक्टर और मैनेजर पर केस दर्ज
तीन बच्चों की मां लक्ष्मी देवी, जिनके पति ही घर के एकमात्र कमाने वाले थे, ने न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अस्पताल ने 13 अक्टूबर को मृत्यु प्रमाण पत्र तो बनवाकर दे दिया, लेकिन कथित तौर पर आज तक एक भी रुपया वापस नहीं किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, कोर्ट के आदेश पर थाना भमोरा में सनराइज मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के डॉक्टर रिहान अहमद और मैनेजर सोहिल खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना आयुष्मान योजना के दुरुपयोग और निजी अस्पतालों में गरीब मरीजों की लूट के बढ़ते मामलों की ओर इशारा करती है।
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