Assembly Elections : चार राज्यों के चुनाव परिणाम पर क्या सोचते हैं दिल्ली के व्यापारी नेता

बीते दिनों पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए। पांच में से चार राज्यों का परिणाम आ चुका है। इन चार में से तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली है जबकि एक राज्य में कांग्रेस सफल हुआ है। इस परिणाम पर दिल्ली के व्यापार क्या सोचते हैं, आप भी जानिए..

नई दिल्ली: पांच राज्यों, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव में 4 राज्यों के परिणाम रविवार को आ गए। इसमें 3 राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया, तो तेलंगाना में कांग्रेस की जीत हुई है।

मिजोरम की आज मतगणना हो रही है। दिल्ली के व्यापारी भी विधानसभा चुनाव नतीजों पर अपनी राय रखते हैं। माना जा रहा है कि इन इलेक्शन का असर अगले होने वाले लोकसभा चुनाव पर पड़ सकता है। राष्ट्रीय राजधानी के व्यापारी इलेक्शन रिजल्ट को लेकर क्या कुछ सोचते हैं? आइए, जानते हैं

स्थिर सरकार में फलता-फूलता है कारोबार

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री हेमंत गुप्ता का कहना है कि व्यापारियों को किसी राजनीतिक दल से सरोकार नहीं होता है। फिर भी वे राजनीतिक परिणामों पर नजर रखते हैं। ट्रेडर्स चाहते हैं कि केंद्र या राज्य में मजबूत सरकार हो। सरकार स्थिर होती है, तो व्यापार ग्रोथ करता है।

इंडस्ट्री को लेकर पॉलिसी अच्छी बनती है। किसी तरह की खींचतान नहीं होती है। कल तीन राज्यों में बीजेपी की सरकार बनी है। केंद्र में बीजेपी की सरकार है। अब 2024 का इलेक्शन करीब है।

इसका असर आम चुनाव में पड़ सकता है। पहले देखा गया है कि गठबंधन की सरकारें ठोस फैसला नहीं ले पाती हैं। किसी भी कानून को पास करने में परेशानी आती है। 10 लोगों में से 6 की हां होना मुश्किल होता है। एक पार्टी की सरकार होती है, तो कोई भी निर्णय लेना आसान होता है।

काम करने में आसानी चाहते हैं व्यापारी और उद्यमी

ऑटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट असोसिएशन के प्रेसिडेंट विनय नारंग का कहना है कि कल आए चुनाव परिणाम को हम सकारात्मक रूप से देखते हैं। बीजेपी की केंद्र में सरकार है। अब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।

केंद्र और राज्य में एक पार्टी की सरकार होती है, तो पॉलिसी बनने और उसे लागू होने में परेशानी नहीं होती है। व्यापारी और उद्यमी चाहते हैं कि उन्हें काम करने में आसानी हो। देश में इंडस्ट्री लगनी चाहिए।

आज भी ऑटो मोटर के 70 प्रतिशत स्पेयर पार्ट्स चीन और ताइवान से आते हैं। ड्यूटी लगने के बाद भी चाइनीज प्रोडक्ट देसी माल से सस्ता पड़ता है। सरकार को भारत में ही प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर देना चाहिए।

दिल्ली के व्यापारी सबसे अधिक पीड़ित

फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स असोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा का कहना है कि यह चुनाव परिणाम अच्छा है। अगर केंद्र और राज्य सरकार की आपसी खींचतान होती है, तो ट्रेडर्स को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं।

दिल्ली के व्यापारी सबसे अधिक पीड़ित हैं। केंद्र में बीजेपी, राज्य और नगर निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार है। यहां समस्याओं का हल करने के बजाए एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ा जाता है।

आम व्यापारियों के हितों में काम करने वाले राजनीतिक दल सत्ता में होने चाहिए। झूठे वादों पर कोई भी सरकार में नहीं रह सकता है। कई राजनीतिक दल फ्री का लालच देकर राज करना चाहती हैं, उन्हें जनता ने नकारा है।

सरकार स्टेबल होती है, तो उद्यमी करते हैं निवेश

एमएसएमई डिवलेपमेंट फोर के प्रेसिडेंट कैलाश गुप्ता चार राज्यों के चुनाव परिणाम को साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं। उनके मुताबिक बीजेपी नेताओं से लेकर कार्यकर्ता और उनके समर्थक मानकर चल रहे हैं कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

यदि सरकारों में स्टेबिलिटी होती है, तो उद्यमी निवेश करते हैं। दूसरे राज्यों से लेकर दूसरे देशों का इन्वेस्टमेंट भी आता है। 2024-25 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री काम कर रहे हैं।

ऐसा तभी हो सकता है, जब एक दल की सरकार केंद्र और राज्य में होगी। जी-20 समिट में दुनिया ने भारत की ताकत देखी है। इलेक्शन परिणाम की खबरें देखकर बाहर के उद्योगपति भी देश में निवेश करेंगे। एक्सपोर्ट बढ़ेगा, तो अर्थव्यवस्था सुधरेगी।

ब्यूरो रिपोर्ट , आल राइट्स मैगज़ीन

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