आँवला। पीड़ित की शिकायत पर एसडीएम आंवला पारुल तरार ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ नगर के प्राइवेट अस्पताल पर मारा छापा, नहीं मिला रजिस्ट्रेशन ना ही कोई अभिलेख, किया सील।
क्षेत्र के गांव ढकोरा निवासी शिकायतकर्ता धर्मदास ने शिकायत की थी जिसमें पीड़ित ने अपनी पत्नी को गलत उपचार देने की शिकायत की जिसमें पीड़ित पति ने बताया कि मेरी पत्नी सोमवती का उक्त अस्पताल न्यू विनायक अस्पताल के नाम से था जिसमें गलत उपचार दिया गया और लीलावती अस्पताल के कागज बना कर दिए गए थे।
मेरी पत्नी की तबीयत खराब होने पर स्वयं डॉक्टर अस्पताल से अपनी गाड़ी से मेरी पत्नी को बरेली ले जा रहे थे परंतु रास्ते में उसकी मौत हो गई। उसकी शिकायत पर एसडीएम आंवला ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ अस्पताल पहुंची। परंतु अस्पताल का पुराना नाम हटा दिया गया है और वर्तमान में न्यू भारत अस्पताल रख दिया गया है।
जहां पर मौजूद डॉक्टर अशोक शर्मा ने बताया कि मैं 2 दिन पहले ही आया हूं मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। तथा छापामार कार्यवाही के दौरान सीएचसी प्रभारी डॉ इंतजार हुसैन ने वहां उपस्थित स्टाफ व अभिलेख की जांच की और डिस्पेंसरी को देखा परंतु अस्पताल का कोई भी रजिस्ट्रेशन नहीं मिला और ना ही कोई अभिलेख मौजूद था, और डिस्पेंसरी में एक्सपायरी दवा मिली जिसका उपयोग किया जा रहा था।
कोई भी डॉक्टर वहां मौजूद नहीं था।तथा अस्पताल में मौजूद स्टाफ कोई भी प्रमाण नहीं दे सका और अस्पताल को सील कर दिया गया, तथा रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। इस दौरान डॉ राकेश वर्मा और एसडीएम कार्यालय के महबूब आलम मौजूद रहे।
उप जिलाधिकारी आंवला पारुल तरार ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर अस्पताल पर छापामार कार्यवाही की गई है जहां अस्पताल में कोई भी अभिलेख नहीं मिला है और अस्पताल को सील कर दिया गया है।
आंवला (बरेली) से गौरव खंडूजा/रागिब खान की रिपोर्ट !