पंचकुला फर्जी कॉल सेंटर सरगना गिरफ्तार
🛑 करोड़ों की ठगी और हवाला रैकेट का खुलासा!
चंडीगढ़/पंचकूला: प्रवर्तन निदेशालय (ED), चंडीगढ़ ने एक हाई-प्रोफाइल मामले में करोड़ों रुपये की अंतर्राष्ट्रीय धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मास्टरमाइंड को धर दबोचा है।
ईडी ने मैसर्स सर्टिज़ेप इनोवेशंस नामक फ़र्ज़ी तकनीकी-सहायता कॉल सेंटर के मालिक महेश चंद्रशेखर शेट्टी को PMLA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। यह कॉल सेंटर पंचकूला के आईटी पार्क में अमेरिकी नागरिकों को ठगने का रैकेट चला रहा था।
जालसाजी का तरीका: अमेरिकी कंपनियों के नाम पर बड़ा फ़्रॉड
जांच में सामने आया कि शेट्टी और उसके साथियों का गिरोह:
-
बड़े नामों का इस्तेमाल: खुद को Netflix, Amazon, AT&T जैसी दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधि बताते थे।
-
फर्जी तकनीकी समस्या: VoIP डायलर का उपयोग कर अमेरिकी नागरिकों को तकनीकी समस्याओं के बहाने फंसाते थे।
-
हजारों डॉलर की लूट: प्रति शिकार $100 से $5,000 तक की रकम धोखे से वसूलते थे।
-
क्रिप्टो और डिजिटल भुगतान: धोखाधड़ी का पैसा Zelle, Remitly, Bitcoin और CashApp गिफ्ट कार्ड के माध्यम से भारत मंगाया जाता था।
💸 हवाला के ज़रिए ब्लैक मनी को वाइट करने का खेल
ईडी की गहन जांच में पता चला कि यह मामला केवल ठगी तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके पीछे मनी लॉन्ड्रिंग का एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा था:
-
💰 अपराध की आय (POC): धोखाधड़ी से अर्जित करोड़ों रुपये की ‘अपराध की आय’ को हवाला चैनलों के ज़रिए भारत भेजा जाता था।
-
🔄 लेयरिंग (Layering): शेट्टी इस काले धन को अपने और अपनी माँ के बैंक खातों के साथ-साथ अपनी फर्म मैक एंड क्रिस एंटरप्राइजेज के माध्यम से लेयरिंग करता था ताकि पैसे के अवैध स्रोत को छुपाया जा सके।
-
🏠 लक्ज़री लाइफस्टाइल: लॉन्डर किए गए धन का उपयोग महंगी संपत्ति खरीदने, लक्ज़री कारों और व्यक्तिगत निवेशों में किया जाता था।
महेश चंद्रशेखर शेट्टी को माननीय विशेष न्यायालय, पंचकूला ने 7 दिन की ED कस्टडी में भेज दिया है। यह गिरफ्तारी साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई को दर्शाती है।
आगे की जांच जारी है, और इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा रही है।
