बरेली में 28 खाद्य नमूने फेल, मिलावट पाई गई!
बरेली में खाद्य सुरक्षा जांच: 28 नमूने फेल, 2 असुरक्षित घोषित
बरेली में त्योहारों के मौसम में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने विशेष अभियान चलाया। सितंबर माह में शहर और देहात के बाजारों से लिए गए खाद्य नमूनों की जांच में कुल 28 नमूने फेल पाए गए हैं। इसमें से दो नमूने मानव स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित घोषित किए गए हैं।
असुरक्षित पाए गए खाद्य पदार्थ
बूंदी लड्डू – मीरगंज के नेहरू नगर स्थित राकेश मिठाई वाले से लिया गया नमूना।
इसमें रंग की मात्रा लगभग 240 पीपीएम, जो मानक से ढाई गुना अधिक है।
हामिदा कलर मसाला चाय – फतेहगंज पश्चिमी के इकबाल किराना स्टोर से।
निर्धारित सीमा से अधिक रंग, स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा।
खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार सिंथेटिक रंग का लंबे समय तक सेवन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है**।
अन्य फेल नमूने
कई अन्य नमूने अधोमानक श्रेणी में पाए गए, जिनमें शामिल हैं:
बेसन लड्डू – सीबीगंज, गुप्ता स्वीट्स (कम गुणवत्ता वाला तेल)
आटा – सीबीगंज, जयंती गुप्ता की दुकान (मानक से कम गुणवत्ता)
पेड़ा – नवाबगंज, गणपत स्वीट (फैट की कम मात्रा)
पनीर – डेलापीर चौराहा, धीरज स्वीट्स (फैट कम)
अन्य खाद्य पदार्थों में खोया, बर्फी, बेसन, भुजिया, नमकीन, लड्डू और तेलीय सामग्री शामिल हैं। अधिकतर में मिलावट, घटिया तेल, कम फैट और रंग का उल्लंघन पाया गया।
खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई
सभी दुकानदारों और उत्पादकों को चेतावनी जारी
मिलावट या घटिया गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ बेचने पर सख्त कार्रवाई
जल्द ही सभी मामलों में नोटिस जारी करने की तैयारी
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल ने बताया कि टीम बाजारों में लगातार जांच कर रही है। हाल ही में आंवला तहसील के बल्लिया बाजार से स्किम्ड मिल्क पाउडर का नमूना संदेह के आधार पर लैब भेजा गया।
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