₹1392 करोड़ का बैंक फ्रॉड: ED सख्त
Bank Fraud: 1393 करोड़ के बैंक घोटाले में ED का बड़ा एक्शन, ‘एलाइड स्ट्रिप्स’ के निदेशकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
गुरुग्राम: बैंकों को हजार करोड़ से अधिक का चूना लगाने वाली स्टील कंपनी ‘एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड’ (ASL) पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिकंजा कस दिया है। ईडी के गुरुग्राम जोनल ऑफिस ने 15 दिसंबर 2025 को कंपनी के तत्कालीन निदेशकों गौरव अग्रवाल, महेंद्र अग्रवाल और कोलकाता के एंट्री ऑपरेटर जगदीश प्रसाद पुरोहित सहित कई संस्थाओं के खिलाफ विशेष पीएमएलए अदालत में चार्जशीट (Prosecution Complaint) दाखिल की है।
केनरा बैंक की अगुवाई वाले कंसोर्टियम से 1392.86 करोड़ की ठगी
यह पूरा मामला केनरा बैंक की शिकायत पर सीबीआई (CBI) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर से शुरू हुआ था। आरोप है कि एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड और इसके प्रमोटरों ने धोखाधड़ी, फंड की हेराफेरी और आपराधिक विश्वासघात के जरिए बैंकों के समूह को 1392.86 करोड़ रुपये का भारी नुकसान पहुँचाया।
कोलकाता के ‘एंट्री ऑपरेटर’ के जरिए होता था खेल
ईडी की जांच में इस घोटाले का सनसनीखेज ‘मोडस ऑपरेंडी’ सामने आया है:
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नकली एडवांस: कंपनी ने बैंक से मिले लोन को विभिन्न वेंडरों और संस्थाओं को ‘एडवांस’ के रूप में ट्रांसफर कर दिया।
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कैश का चक्कर: जांच में पता चला कि ये एडवांस कभी वापस लेने के लिए दिए ही नहीं गए थे। इसके बदले कंपनी को ‘कैश’ वापस मिलता था।
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हवाला और प्रॉपर्टी: कोलकाता के एंट्री ऑपरेटर जगदीश प्रसाद पुरोहित की मदद से उस कैश को ‘अकोमोडेशन एंट्री’ के जरिए वापस कंपनी के खातों में घुमाया गया और फिर उस पैसे से बेनामी अचल संपत्तियां खरीदी गईं।
इन कंपनियों को भेजा गया करोड़ों का फंड
जांच में पाया गया कि कंपनी ने बिना किसी व्यावसायिक संबंध के 48.68 करोड़ रुपये का लोन फंड दूसरी फर्मों को डायवर्ट कर दिया, जिनमें शामिल हैं:
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मेसर्स सनसिटी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड
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मेसर्स यूरेकस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड
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मेसर्स जुबिलेंट मॉल्स, क्रेटोस प्रोजेक्ट्स और एचएनएस इंफ्राटेक। इन कंपनियों को दिए गए पैसे को वापस लेने की एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड ने कभी कोशिश ही नहीं की।
45.51 करोड़ की संपत्ति जब्त
ईडी ने इस मामले में अब तक 45.51 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति और नकदी जब्त की है। इसमें सनसिटी प्रोजेक्ट्स और यूरेकस इंफ्रास्ट्रक्चर की 44.09 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां भी शामिल हैं। गौरतलब है कि एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड वर्तमान में दिवालिया प्रक्रिया (CIRP) से गुजर रही है।
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