बरेली जिले के परिषदीय विद्यालय में शिक्षकों का आपसी विवाद अब पुलिस तक पहुंच चुका है।
बरेली। जिले के परिषदीय विद्यालय में शिक्षकों का आपसी विवाद अब पुलिस तक पहुंच चुका है। क्यारा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय जोगीठेर में सहायक अध्यापक रमेश सागर और पूर्व प्रधानाध्यापक के बीच तनाव गहराने के बाद मामला थाने में दर्ज कराया गया है।
सहायक अध्यापक ने आरोप लगाया कि विद्यालय की जिम्मेदारी संभालने पहुंचे तो पूर्व प्रधानाध्यापक ने न सिर्फ आपत्ति जताई, बल्कि अपशब्दों और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें अपमानित किया।
शिकायतकर्ता रमेश सागर का कहना है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने 22 अगस्त को आदेश जारी कर उन्हें प्रभारी प्रधानाध्यापक की जिम्मेदारी सौंपी थी। आदेश मिलने के बाद वह विद्यालय पहुंचे तो पूर्व प्रधानाध्यापक ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
इधर, उच्च अधिकारियों के निर्देशन में SHO सीबीगंज ने गहनता से जांच शुरू की। वह विद्यालय पहुंचे और अलग-अलग शिक्षकों से पूछताछ कर घटना की जानकारी जुटाई। पुलिस का कहना है कि सभी बिंदुओं पर निष्पक्षता से जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि पुलिस जब विद्यालय पहुंची तो पूर्व प्रधानाध्यापक लाल बहादुर गंगवार मौके से फरार हो गया। इस घटना के बाद मामला और गरमा गया है।
शिक्षकों के इस विवाद ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस विद्यालय में बच्चों को अनुशासन और शिक्षा का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए, वहां अध्यापक आपस में ही भिड़ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षकों का यह विवाद सीधे बच्चों की पढ़ाई पर असर डाल रहा है।
पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, शिक्षा विभाग भी इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। यह विवाद न केवल शिक्षक समाज की गरिमा को ठेस पहुंचा रहा है, बल्कि विद्यालय की छवि भी धूमिल कर रहा है।
पीड़ित रमेश सागर का कहना है कि अगर इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वह SC-ST आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट