बरेली। धनतेरस की शाम जहां चारों ओर दीपावली की तैयारियों की रौनक थी, वहीं नवाबगंज क्षेत्र में एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं।
बरेली। धनतेरस की शाम जहां चारों ओर दीपावली की तैयारियों की रौनक थी, वहीं नवाबगंज क्षेत्र में एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गईं। शनिवार शाम नवाबगंज थाना क्षेत्र के गरगईया गांव के पास हाइवे पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में पूर्व प्रधान के पुत्र की मौत हो गई। हादसे में बाइक सवार 26 वर्षीय युवक प्रवेश कुमार की मौके पर ही जान चली गई।
जानकारी के अनुसार, प्रवेश कुमार जनपद पीलीभीत के थाना जहानाबाद क्षेत्र के गांव चांद डांडी का निवासी था। वह अपने पिता महेंद्र कुमार, जो गांव के पूर्व प्रधान हैं, का सबसे छोटा बेटा था। परिवार में दो भाई और एक बहन हैं।
बताया जा रहा है कि प्रवेश की शादी की तैयारियां चल रही थीं और उसकी कुछ माह बाद शादी होनी थी। परिजनों के मुताबिक, वह शनिवार को धनतेरस के मौके पर दीपावली का सामान खरीदने गया था। शाम को वह बाइक से घर लौट रहा था कि तभी नवाबगंज के पास हाइवे पर एक तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि प्रवेश कुमार सड़क पर गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया, जबकि आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए बरेली भेज दिया है। कोतवाल अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त कार को कब्जे में ले लिया गया है और फरार चालक की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि परिजनों की तहरीर मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रवेश कुमार की असमय मौत की खबर जैसे ही उसके पैतृक गांव पहुंची, पूरे इलाके में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के लोग बताते हैं कि प्रवेश हंसमुख और मिलनसार स्वभाव का युवक था, जिसकी शादी की तैयारियों को लेकर घर में उत्सव जैसा माहौल था, लेकिन धनतेरस के दिन आई इस दर्दनाक खबर ने सब कुछ बदल दिया।
परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि फरार कार चालक को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों पर लगाम लगाई जा सके।
धनतेरस की खरीदारी से लौटते वक्त हुई इस दुखद दुर्घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि त्योहारों के मौके पर सड़कों पर बढ़ती रफ्तार और लापरवाही कब थमेगी?
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट