आज सही समय है की जम्मू कश्मीर विधान सभा में पी.ओ.जे.के. के खली पड़ी हुई विधान सभा के २४ सीटे व विधान परिषद् के 7 सीटों का मनोनयन या चुनाव प्रक्रिया से भरा जा रहा है|

आज सही समय है की जम्मू कश्मीर विधान सभा में पी.ओ.जे.के. के खली पड़ी हुई विधान सभा के २४ सीटे व विधान परिषद् के 7 सीटों का मनोनयन या चुनाव प्रक्रिया से भरा जा रहा है| साथ ही लोकसभा और राज्यसभा के एक-एक सीट को भरा जा रहा है |

आज माननीय इन्द्रेश जी ने fans के तत्वाधान में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर पत्रकारवार्ता की | इस संपूर्ण वार्ता को दो हिस्सों में देखा जा सकता है, प्रथम पाकिस्तान एक समस्यापूर्ण (problemetic) राष्ट्र और द्वितीय कश्मीर समस्या और समाधान के स्वरूप |

प्रथम कश्मीर समस्या पर विचार करते हुए, उन्होंने कहा कि देश अलग-2 वैधानिक व्यवस्था के तहत चलेगा या एक राष्ट्र एक संवैधानिक व्यवस्था इसका प्रतिपालन करेगा| भिन्न ध्वज और विधान के स्थान समान प्रतीक चिह्नों का प्रयोग होगा|  करोड़ो मुसलमान देश भर में रहते है तो केवल जम्मू कश्मीर के मुसलमान को विशेष-अधिकार क्यों? वे भारत में कहीं भी अध्ययन, व्यापार, नौकरी अथवा अन्य किसी भी कार्य के लिए समान सरूप से स्वतंत्र है तो अन्य भारतीयों के हेतु जम्मू कश्मीर क्यों नहीं खुला हो| कश्मीर के शहनाज, आदि  के लिए दिल्ली खुली है तो दिल्ली के शहनाज, आदि के लिए कश्मीर क्यों नहीं| जम्मू कश्मीर के बहुत बड़े हिस्से के लोग, यथा जम्मू और लद्दाख आदि, भी इस भिन्न-2 व्यवस्था को पसंद नहीं करते है|

देश की एकता और सम्मान से बड़ा कोई नहीं है| यह प्रथम और अंतिम है|( it is first and last.)

पंडित नेहरु के गलती से पी.ओ.जे.के . (पाकिस्तान अतिक्रमित जम्मू कश्मीर) बना| आज वहाँ पर होने वाले जुल्म को मिडिया नहीं दिखता जबकि यह मिडिया का उत्तरदायित्व है| वहाँ पर के बीमार बच्ची को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बिना किसी कागजात (वीजा आदि) के लंबी प्रकिया में गए उसके चिकित्सा का प्रबंध किया| यह सुषमा स्वराज द्वारा किया गया बेहतरीन कार्य है| पाकिस्तान में अभी भी पाकिस्तान के कब्ज़ा वाले कश्मीर को उचित लोकतान्त्रिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला है|

कश्मीर में आतंकवाद के नियंत्रण के लिए सेना पर पूरा विश्वास एक सफल प्रयोग रहा| कश्मीर में पत्थरबाजी आदि विभिन्न आतंकवादी एवं सामाजिक गतिरोध वाले कार्य के लिए आने वाले धन के आर्थिक संजाल को वर्तमान में सफलतापूर्वक तोडा गया| इस हेतु सामजिक विकास एवं वहाँ के युवा को भारत के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा, रोजगार, नौकरी आदि के विभिन्न प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है| अतः अब कश्मीर समस्या के समाधान हो जाने का विश्वास बढ़ा है|

द्वितीय, पाकिस्तान समस्या के संदर्भ में उसे उचित सीख (teach the lesson) देने की आवश्यकता है | विगत वर्षों में पर्याप्त उचित कदम उठाए गए है| इसी संदर्भ में 26/2 महत्वपूर्ण पड़ाव है|  इन क़दमों के द्वारा आज पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय ऐकांतिकता का शिकार है| यह सफलता केवल मोदी और बीजेपी की न होकर सभी भारतियों की है| भारतीय कुटनीतिक राजनयिक प्रयासों के क्रम में कुछ कार्य हो गए है कुछ कार्य अभी बाकि है|

वस्तुतः १९४७ में प्राप्त आजादी, आजादी न होकर प्राप्त विभजन की त्रासदी थी जो नेहरु, जिन्ना, कांग्रेस, लीग,  ब्रिटिश जिसके प्रधान कारक थे| विभजन के संदर्भ में गाँधी जी ने कहा देश का बटवारा मेरे लाश पर होगा| तो उन्होंने यह स्वीकार क्यों किया| अब इन लोगों ने गलत तथ्यों को पढ़ा कर अपने सत्ता को बनाए रखा है|

१९७१ में पाकिस्तान से बांग्लादेशबना| वर्तमान में पाकिस्तान में अब विभिन्न घटक उभर चुके है| आने वाले समय में पाकिस्तान के कम से कम सात हिस्से होंगे| इस क्रम में चीन पाकिस्तान को खाने की कोशिश कर रहा है| किन्तु भारत इस संदर्भ में सावधान है| अब पाकिस्तान शांतिपूर्ण रहकर भारत को उसका हिस्सा लौटाएगा या अपने विनष्टीकरण की तरफ बढेगा यह उस पर है|

इसी सब के साथ अल्पसंख्यक को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है| अभी सामाजिक जीवन में 10 % से अधिक मुसलमान और अन्य भारत माता की जय आदि उद्घोष करते हुए नजर आते है| यह भारतीयकरण है| इसी क्रम में तीन तलाक, राम मंदिर पर सहज रूप से स्वीकार्य बनाना आदि को भी देखा जा सकता है| आनेवाले दिनों में इस आन्दोलन को सकारात्मक रूप से प्रस्तुत करना हम सब का कर्तव्य है विशेष कर मिडिया के बंधुओं का | इसी के साथ माननीय इन्द्रेश जी ने मुसलमानों को लेकर कहा न वह किरायेदार है, न हिस्सेदार वह भी उसी तरह मालिक है जैसे की कोई और|  मुसलमाओं के कुछ पीढ़ी ऊपर जाए तो उनके पूर्वज और हमारे पूर्वज एक ही थे| मात्र 1 % होंगें जो बहार से आयें हुए होंगे| दुनिया में पहचान धर्म जाति और क्षेत्र के अनुसार नहीं होती बल्कि राष्ट्रीयता के आधार पर होती है| इसे समझाने के हिम्मत चाहिए लेकिन वह कार्य कड़वाहट से नहीं मृदुता से होनी चाहिए| इस नए भारत के लिए मेरे शब्द होंगे ‘खुशहाल भारत, शक्तिशाली भारत, शांतिप्रिय भारत, उन्नत भारत ’  जों कि संपूर्ण विश्व का नेतृत्व करेगा, जो सबके लिए ख़ुशी और सुरक्षा की जिम्मेदारी को पूरा करेगा|

 

Sunit Narula – 9312944740

 

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