दो घंटे बरेली पुलिस को छकाने के बाद छात्रा बोली- अंकल, मैं तो आपका रेस्पांस टाइम चेक कर रही थी, अब आप आराम से सो जाइए
बरेली : वक्त रात दस बजकर सात मिनट। डायल 112 पर सूचना आई कि मेरा अपहरण हो गया है। मुझे बचा लीजिए, बदमाश मुझे एक कमरे में ले आए हैं और बंधक बना लिया है। मैं इज्जतनगर से बोल रही हूं। छात्रा के फोन काटते ही डायल 112 पुलिस ने तत्काल सूचना इज्जतनगर पुलिस को दी। जिले के 29 थानों के वायरलेस सेट पर छात्रा के अपहरण की सूचना चलने लगी। दो घंटे तक पुलिस को छकाने के बाद छात्रा ने फोन कर कहा कि मेरा अपहरण नहीं हुआ है। मैं पुलिस का रेस्पांस टाइम चेक कर रही थी। इसके बाद उसने अपना फोन बंद कर लिया।
मामला सोमवार रात दस बजकर सात मिनट है। फोन करने वाली छात्रा ने अपना नाम अस्मिता कुमारी बताया। बैरियर टू के मुड़िया अहमद नगर का निवासी बताते हुए पास के ही एक इंटर कालेज की छात्रा होने की बात कही। अपहरण की कहानी सुनने के बाद सबसे पहले पुलिस ने तत्काल संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य से उक्त नाम की लड़की के बारे में जानकारी पूछी। पता चला कि संबंधित क्लास में अस्मिता कुमारी नाम की लड़की है ही नहीं। वायरलेस सेट पर छात्रा की अपहरण की सूचना के साथ जिले के सभी 29 थानों में विशेष चेकिंग के निर्देश जारी होने लगे।
पूरे जिले की पुलिस हरकत में आ गई। पीआरवी द्वारा दिये गए नंबर पर इंस्पेक्टर इज्ज्तनगर सतीश यादव ने छात्रा को फोन किया। छात्रा ने इस बार खुद के चौपुला के पास होने की बात बताई। इस पर पुलिस को शक हुआ। छात्रा के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगवाया गया। धीरे-धीरे इस घटनाक्रम में दो घंटे बीत गए। पुलिस को छात्रा का कोई सुराग नहीं लग रहा था। इसी बीच छात्रा ने फोन कर इज्जतनगर पुलिस को बताया कि परेशान होने की जरूरत नहीं है। मैं आराम से अपने घर पर हूं। मैं केवल यह चेक कर रही थी कि महिला संबंधी घटनाओं में पुलिस का रेस्पांस टाइम क्या है।
पुलिस अंकल, आप अब आराम से सो जाइए। इसके बाद छात्रा ने नंबर बंद कर लिया। सर्विलांस से उस नंबर की लोकेशन फरीदपुर मिली। उसके बाद से नंबर आन नहीं हुआ।
डायल 112 से छात्रा के अपहरण की सूचना मिली थी। तत्काल टीम छात्रा के तलाश को जुट गई। इसके बाद छात्रा ने फोन कर पुलिस का रेस्पांस टाइम चेक करने के लिए अपहरण की सूचना देने की बात कही। खुद के चौपुला स्थित घर में परिवार के साथ रहने की बात कह उसने फोन काट दिया और नंबर बंद कर लिया। – सतीश यादव, इंस्पेक्टर, इज्जतनगर