बरेली शहर में इस साल का जुलूस-ए-मोहम्मदी 5 सितंबर, शुक्रवार को पूरे अकीदत और शान-ओ-शौकत के साथ निकाला जाएगा।
बरेली। शहर में इस साल का जुलूस-ए-मोहम्मदी 5 सितंबर, शुक्रवार को पूरे अकीदत और शान-ओ-शौकत के साथ निकाला जाएगा। जुलूस की शुरुआत परंपरा के मुताबिक कुलहाड़ापीर से होगी।
इसकी कयादत दरगाह प्रमुख हुजूर सुब्हानी मियां साहब करेंगे, जबकि सज्जादानशीन हजरत अहसन मियां साहब इसकी सदारत करेंगे। जुलूस दोपहर 2 बजे से 2:30 बजे के बीच रवाना होगा।
जुलूस में अकीदतमंदों की भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए दरगाह आला हजरत से एलान किया गया है कि इस जुमे की नमाज का वक्त बदला जाएगा। अपील की गई है कि शहर और आसपास की सभी मस्जिदों के इमाम और कमेटियां नमाज-ए-जुमा का वक्त दोपहर 1 बजे तय करें, ताकि नमाजी आराम से नमाज अदा कर सकें और समय से कुलहाड़ापीर पहुंचकर जुलूस में शामिल हों।
अंजुमन खुद्दामे रसूल ने जुलूस की तैयारियां शुरू कर दी हैं। बताया गया कि जुलूस-ए-मोहम्मदी में शहर और देहात से बड़ी संख्या में जायरीन और अकीदतमंद शामिल होंगे। रास्तों में जगह-जगह इस्तकबाल के तोरणद्वार, इत्र की छिड़काव और लंगर-ए-ख्वानी का इंतज़ाम किया जा रहा है।
इमाम हजरात से गुजारिश की गई है कि वे मस्जिद कमेटियों और नमाजियों से मशविरा कर अभी से एलान कर दें, ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो और सब आराम से जुलूस में शरीक हो सकें।
जुलूस-ए-मोहम्मदी को लेकर शहर में रौनक और गहमागहमी बढ़ गई है। बच्चे, नौजवान और बुजुर्ग सभी में खासा उत्साह देखा जा रहा है। जुलूस के दौरान नात-ओ-कसीदे गूंजेंगे और सलामी का सिलसिला चलेगा। परंपरा के मुताबिक यह जुलूस हर साल की तरह इस बार भी शहर की पहचान और अकीदत का पैगाम देगा।
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट