‘ग्‍लोबल कूलिंग इनोवेशन’ शिखर सम्‍मेलन का उद्घाटन नई दिल्‍ली में 12 नवम्‍बर को 

शीतलन प्रौद्योगिकियों के विकास में उल्‍लेखनीय कामयाबी पाने के लिए केन्‍द्रीय पर्यावरण मंत्री ‘ग्‍लोबल कूलिंग पुरस्‍कार’ का शुभारंभ करेंगे

केन्‍द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन 12 नवम्‍बर, 2018 को नई दिल्‍ली में दो दिवसीय वैश्विक शीतलन नवाचार (ग्‍लोबल कूलिंग इनोवेशन) शिखर सम्‍मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह शिखर सम्‍मेलन अपनी तरह का समाधान (सॉल्‍यूशन) केन्द्रित ऐसा प्रथम आयोजन है, जिसमें विश्‍व भर के विशेषज्ञ एकजुट होकर रूम एयर कंडीशनरों की बढ़ती मांग के कारण जलवायु को हो रहे भारी नुकसान से निपटने के ठोस उपायों की तलाश करेंगे। यह सम्‍मेलन भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा रॉकी माउंटेन इंस्‍टीट्यूट, एलायंस फॉर एन एनर्जी एफिशिएंट इकोनॉमी (एईईई), कंजर्वेशन X लैब्‍स और सीईपीटी विश्‍वविद्यालय के सहयोग से संयुक्‍त रूप से आयोजित किया जाएगा।

इस शिखर सम्‍मेलन के दौरान ‘ग्‍लोबल कूलिंग पुरस्‍कार’ का शुभारंभ भी किया जाएगा, जो एक मिशन नवाचार से जुड़ा चैलेंज है और जिसका उद्देश्‍य ऐसे आवासीय शीतलन (कूलिंग) सॉल्‍यूशन के विकास में तेजी लाना है, जिसका जलवायु पर मौजूदा मानक सॉल्‍यूशन की तुलना में न्‍यूनतम पांचवां हिस्‍सा असर ही पड़ेगा। ‘ग्‍लोबल कूलिंग पुरस्‍कार’ वैश्विक पहुंच एवं भागीदारी वाली एक प्रतिस्‍पर्धा है, जिसका उद्देश्‍य शीतलन प्रौद्योगिकियों के विकास में उल्‍लेखनीय कामयाबी हासिल करना है। इस प्रतिस्‍पर्धा का उद्देश्‍य एक ऐसी शीतलन प्रौद्योगिकी को विकसित करना है, जिसे परिचालन में लाने के लिए अत्‍यंत कम ऊर्जा की आवश्‍यकता पड़ेगी, इसमें प्रशीतकों (रेफ्रिजेरेंट) का इस्‍तेमाल होगा एवं ओजोन का क्षय नहीं होगा तथा इसमें ग्‍लोबल वार्मिंग का अंदेशा भी कम रहेगा। यही नहीं, बड़े पैमाने पर निर्माण करने की स्थिति में संबंधित उपकरण किफायती भी होगा।

इस पुरस्‍कार कार्यक्रम के लिए विश्‍व भर से उल्‍लेखनीय आइडिया आमंत्रित करने के लिए पूरी दुनिया का ध्‍यान इस ओर आकर्षित किया जाएगा। इस पुरस्‍कार के जरिए अभिनव उत्‍पाद पेश करने वालों का अभिनंदन किया जाएगा और इसके साथ ही उन्‍हें आवश्‍यक प्रोत्‍साहन एवं सहयोग भी दिया जाएगा। यह पुरस्‍कार एक ऐसा सहयोगात्‍मक प्‍लेटफॉर्म बनाने में भी सक्षम साबित होगा, जो अनुसंधानकर्ताओं की क्षमताओं का उपयोग कर सकेगा, ताकि नवाचार को बढ़ावा देने में सार्वजनिक अनुसंधान उल्‍लेखनीय योगदान दे सके तथा सामाजिक एवं आर्थिक दृष्टि से इसका सकारात्‍मक असर हो। इस पुरस्‍कार के जरिए न केवल स्‍वच्‍छ ऊर्जा से जुड़े अनुसंधान एवं विकास में अहम योगदान देने वालों का अभिनंदन किया जाएगा, बल्कि इससे युवा अनुसंधानकर्ताओं को स्‍वच्‍छ ऊर्जा के क्षेत्र में अभिनव उत्‍पादों को विकसित करने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा, ताकि स्‍वच्‍छ पर्यावरण या जलवायु की दृष्टि से यह दुनिया और बेहतर हो सके।

वैश्विक शीतलन पुरस्‍कार एवं नवाचार शिखर सम्‍मेलन में विश्‍व भर के प्रतिष्ठित वक्‍ता भाग लेंगे, जिनमें अन्‍वेषक, परोपकारी, उद्यम पूंजीपति और अन्‍य औद्योगिक हस्तियां शामिल हैं। इस दो दिवसीय सम्‍मेलन के दौरान ये सभी हस्तियां एकजुट होकर विभि‍न्‍न परिचर्चाओं में भाग लेंगी।

शिखर सम्‍मेलन के प्रतिभागी शीतलन (कूलिंग) संबंधी चुनौती का समाधान ढूंढ़ने पर अपना नजरिया साझा करेंगे और इसके साथ ही इस दौरान वर्तमान में उपलब्‍ध सार्वजनिक नीतिगत साधनों पर परिचर्चाएं भी आयोजित की जाएंगी।

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