बरेली दरगाह आला हज़रत और खानकाहे ताजुश्शरिया में 107वें उर्से रज़वी का आग़ाज़ हो चुका है।
बरेली। दरगाह आला हज़रत और खानकाहे ताजुश्शरिया में 107वें उर्से रज़वी का आग़ाज़ हो चुका है। देश-विदेश से लाखों की तादाद में ज़ायरीन बरेली शरीफ़ पहुंचकर सलामी और गुलपोशी कर रहे हैं। पूरा शहर आला हज़रत के नारों से गूंज रहा है और रज़वी परचम की रौनक हर तरफ दिखाई दे रही है।
जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व उर्स प्रभारी सलमान हसन खान (सलमान मियां) ने बताया कि बरेली शरीफ़ में आला हज़रत के दीवानों का सैलाब उमड़ा हुआ है। ज़ायरीन दरगाह आला हज़रत और खानकाहे ताजुश्शरिया दोनों जगह हाज़िरी देकर अपने इश्क़ का इज़हार कर रहे हैं।
राष्ट्रीय महासचिव फरमान हसन खान (फरमान मियां) ने जानकारी दी कि उर्स की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ज़ायरीन के ठहरने और लंगर का बड़े पैमाने पर इंतज़ाम किया गया है।
साथ ही फ्री मेडिकल कैम्प भी लगाए गए हैं ताकि किसी भी मुसाफ़िर को दिक़्क़त न हो। बड़ी संख्या में मुरीदीन ने हुज़ूर क़ाएद-ए-मिल्लत, क़ाज़ी-ए-हिन्दुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रज़ा ख़ां क़ादरी का दीदार किया और उनकी बारगाह में मुरीद हुए।
उन्होंने बताया कि जामियातुर्रज़ा में भी ज़ायरीन का हुजूम है और जो लोग अभी तक मुरीद नहीं हुए हैं, वे यहाँ हाज़िरी देकर क़ाएद-ए-मिल्लत से मुरीद हो सकते हैं।
उर्स कार्यक्रम
📍 18 अगस्त 2025
खानकाहे ताजुश्शरिया: बाद नमाज़-ए-फज्र कुरआन ख़्वानी, नात-मनक़बत, सुबह 11 बजे मुफस्सिरे आज़म का कुल शरीफ़।
बाद नमाज़-ए-ईशा उलमा-ए-किराम की तक़रीर और हुज्जतुल इस्लाम का कुल शरीफ़ (10:35 बजे)।
19 अगस्त 2025
जामियातुर्रज़ा: बाद नमाज़-ए-फज्र कुरआन ख़्वानी।
बाद नमाज़-ए-असर हुज़ूर ताजुश्शरिया का कुल शरीफ़ (7:14 बजे)।
बाद नमाज़-ए-ईशा इमाम अहमद रज़ा कॉन्फ्रेंस, उलमा की तक़रीर और जश्ने इल्मो फज़्ल।
रात 1:40 बजे मुफ्ती-ए-आज़म का कुल शरीफ़।
20 अगस्त 2025
जामियातुर्रज़ा: कुरआन ख़्वानी, नात-मनक़बत और उलमा की तक़रीर।
दोपहर 2:38 बजे आला हज़रत का कुल शरीफ़ अदा किया जाएगा।
इस मौके पर डॉ. मेहँदी हसन, हाफ़िज़ इकराम, शमीम अहमद, मोईन खान, नदीम सोभानी, आबिद नूरी, क़ारी मुर्तज़ा, क़ारी वसीम, कौसर अली, यासीन खान, सय्यद रिज़वान, अब्दुल सलाम, ग़ुलाम हुसैन, दन्नी अंसारी सहित कई उलमा-ओ-मशाय
बरेली से रोहिताश कुमार की रिपोर्ट