गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के अंतर्गत अब तक 85000 से अधिक जल संरक्षण संरचनाएँ और 2.63 लाख से अधिक ग्रामीण घर बनाए गए
गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के अंतर्गत अब तक 85000 से अधिक जल संरक्षण संरचनाएँ और 2.63 लाख से अधिक ग्रामीण घर बनाए गए
लगभग 24 करोड़ मानव दिवस का रोजगार प्रदान किया गया और अभियान के 9वें सप्ताह तक 18,862 करोड़ रुपये खर्च किए गए
कोविड-19 के प्रकोप के मद्देनजर गांवों को लौट रहे प्रवासी कामगारों और इसी तरह ग्रामीण इलाकों में प्रभावित नागरिकों के लिए रोजगार और आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए गरीब कल्याण रोज़गार अभियान (जीकेआरए) शुरू किया गया है। अभियान 6 राज्यों बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा,राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अपने मूल गांवों को लौटकर आए प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए मिशन मोड पर कार्य कर रहा है। इस अभियान से इन राज्यों के 116 जिलों में अब आजीविका के अवसरों के साथ ग्रामीणों को सशक्त बनाने में मदद मिली है।
अभियान के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए 9वें सप्ताह तक, कुल 24 करोड़ मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है और अब तक 18,862 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। अब तक 85,786 जल संरक्षण संरचनाओं सहित, 2,63,846 ग्रामीण घर, मवेशियों के लिए 19,397 शेड, खेत में 12,798 तालाब और 4,260 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों सहित बड़ी संख्या में संरचनाएं बनाई गई हैं। अभियान के दौरान जिला खनिज निधि के माध्यम से 6342 कार्य किए गए हैं, 1002 ग्राम पंचायतों को इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान की गई है, ठोस और तरल कचरा प्रबंधन से संबंधित कुल 13,022 कार्य किए गए हैं, और 31,658 उम्मीदवारों को कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) के जरिये कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
अब तक के अभियान की सफलता को 12 मंत्रालयों / विभागों और राज्य सरकारों के मिले-जुले प्रयासों के रूप में देखा जा सकता है, जो प्रवासी श्रमिकों और ग्रामीण समुदायों को अधिक मात्रा में लाभ दे रहे हैं। उन लोगों के लिए नौकरियों और आजीविका के लिए दीर्घकालिक पहल की जा रही है जो अपने गांव में ही रहना चाहते हैं।