सेथल का 500 साल पुराना क़ब्रस्तान और मज़ार बना जुए का अड्डा।
रुहेलखंड के ज़िला बरेली के सबसे बड़े और क़दीम क़स्बा सेथल का क़ब्रस्तान जुए का अड्डा बन चुका है।

जिससे स्थानीय नागरिकों में बहुत ज़्यादा गुस्सा देखा गया है।

इस मुग़ल कालीन क़ब्रस्तान के महत्व का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसमें 400 साल पुराना मज़ार (ईरानी शिल्पकारी पर आधारित ) व कब्रें मौजूद हैं ।

सेंथल की युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करने वाले शारिक़ हुसैन ज़ैदी ने प्रशासन को आगाह करते हुए क़ब्रस्तान के हक़ में आवाज़ उठाई है।

सेथल के जौहर ज़ैदी, व राजा भाई सहित तमाम लोगों ने क़ब्रस्तान पहुंच कर जुआरियों को दौड़ाया।

चूंकि क़ब्रस्तान और मज़ारात से मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं का ताल्लुक है।

इसलिए समय रहते प्रशासन को उचित करवाही करना चाहिए।

सेंथल से शाह उर्फ़ी की क़लम से !
बरेली से मोहम्मद शीराज़ ख़ान की रिपोर्ट !
