SBI बैंक में हुआ फ्रॉड, फर्जी दस्तावेज पर 147 लोगों ने लिया लोन
बैंक के अधिकारियों के खिलाफ एक के एक बाद घोटालों के मामले सामने आ रहे हैं। इसी फेहरिस्त में अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की धारूहेड़ा ब्रांच का भी नाम जुड़ गया है । 5 करोड़ के घोटाले का एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें बैंक अधिकारियों की भूमिका का अंदेशा लगाया जा रहेा है। ये घोटाला लोन लेने की आड़ में किया गया है।
SBI बैंक ने साल 2009 से लेकर 2012 के बीच जो लोन जारी किए थे उनमें से 213 पास किए गए लोन की किस्त संबंधित व्यक्तियों द्वारा जमा ही नहीं कराई गई। बैंक ने कागजात खंगालने शुरू किए तो ये सभी लोन तिजारा और टपूकड़ा के लोगों के मिले। लोन की रकम वसूलने के लिए बैंक की तरफ से रिकवरी सूट डाला गया, जिसके बाद कई बड़ी परतें खुलती चली गई।
सूत्रों की मानें तो इस मामले में SBI के तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता और उन पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है।
बहरहाल पुलिस ने इस संबंध में 5 केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मगर अब देखना ये होगा कि आखिर इस मामले में कौन और कितने लोग दोषी हैं और उन पर क्या कार्रवाई अमल में लाई जाती है!
मिली जानकारी के मुताबिक धारूहेड़ा बैंक शाखा की तरफ से साल 2009 से 2012 के बीच 213 लोन फर्जी कागजातों के आधार पर पास किए गए हैं। ये सभी लोन राजस्थान एरिया में तिजारा तहसील के आधीन आने वाले गांवों के लोगों को दिलाए गए थे और जैसे ही ये मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो बैंक के वकीलों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिसके बाद 29 लोगों पर FIR के आदेश जारी हुए।