जाप संरक्षक एवं लोकसभा सांसद पप्पू यादव को पुलिस ने रोका
जाप संरक्षक एवं लोकसभा सांसद पप्पू यादव गर्दनीबाग धरना स्थल से राजभवन मार्च को धरनास्थल से निकले थे लेकिन गर्दनीबाग थाना के पुलिस द्वारा रोक दिया गया है , कार्यकर्ताओं को उग्र होते देख लोकसभा एमपी पप्पू यादव ने खुद मोर्चा संभाला और कार्यकर्ताओं को शांत किया।
पुलिस को समझाने के बाद भी जब जाप नेता को आगे नहीं जाने दिया गया तब वे वहीं जमीन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बेटियों के साथ जो हुआ उसे बरदास्त नहीं किया जा सकता। माना की सीबीआई जांच हो रही है। बावजूद इसके अभी तक बिहार सरकार के मंत्री अपने पद पर बने हुए हैं। सुशासन के लिए जाने वाले नीतीश कुमार आज किसके दवाब में आकर काम कर रहे हैं। आखिर वे दोषी मंत्रियों से इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे हैं।
बताते चले कि जनअधिकार पार्टी की माहिला मोर्चा द्वारा मुजुफ्फरपुर बालिका गृह मामले के विरोध में राजभवन मार्च निकाला गया है। इसका नेतृत्व मधेपुरा के एमपी पप्पू यादव खुद कर रहे हैं। गर्दनीबाग में सभा को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि हमने सबसे पहले इस मामले को लोक सभा में उठाया था।
कांग्रेस एमपी और उनकी पत्नी रंजीत रंजन ने भी इस मामले में सरकार को घेरा था। एक प्रश्न के जवाब में पप्पू यादव ने कहा कि सीबीआई से सिर्फ इस मामले की जांच कराने से कुछ नहीं होगा। नीतीश सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर किस बिना पर बिना जांच के ब्रजेश ठाकुर को सरकारी फंड दिए गए।