गोलकुंडा किले में इवांका बेहद खुश दिखीं
इवंका ट्रम्प बुधवार (29 नवंबर) की सुबह GES में एक सत्र का दौरा करने के बाद, वह शिखर सम्मेलन स्थल, हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर से करीब 15 किलोमीटर दूर किले के लिए रवाना हो गयीं। पहले माना जा रहा था कि इवांका चारमीनार देखने जाएंगी लेकिन सुरक्षा कारणों से चारमीनार के दौरे को रद्द किया गया क्योंकि यह पुराने हैदराबाद के घनी आबादी वाले इलाके में स्थित है। तेलंगाना सरकार ने इस सम्मेलन में शामिल होने आए प्रतिनिधियों के लिए बुधवार को गोलकुंडा किले पर रात्रिभोज का आयोजन किया है लेकिन इवांका इस रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगी। इवांका बुधवार शाम को ही अमेरिका लौट लौट ने वाली थी।
यह कुतुब शाही राज्य का 1518 से 1687 तक राजधानी रहा था. अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों व स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. किला पर्यटकों के लिए बंद था. लगभग एक घंटे की इस यात्रा में इवांका कुतुब शाही स्मारक भी देखने गईं। इस दौरान इवांका ने हाई हील की जगह फ्लैट जूतियां पहन रखी थीं। इस दौरान इवांका को गोलकुंडा किले की कुछ दिलचस्प बातें भी बताई गईं। उन्हें बताया गया कि यह किला शुरुआत में मिट्टी का बना था, बाद में यह फोर्ट बहमनी सुल्तानों और कुतुब शाह राजा के हाथों में चला गया। उन्होंने इस मिट्टी के किले के ढांचे की दीवारें बनवाईं। इवांका बेहद खुश दिखीं और ताली बजाई। जब उन्हें पता चला कि पोर्टिको में ताली बजाने पर आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई देती है तो वह लगातार ताली बजाती रहीं। रानी महल में इवांका ने कैमरामैन से खूब सारी फोटो खिंचवाईं। काले और सफेद रंग के कपड़ों में धूप का चश्मा लगाकर इवांका गोलकुंडा खूब घूमीं।