इंडिगो: DGCA ने FDTL जांच को कमेटी बनाई
इंडिगो हवाई सेवा व्यवधान: DGCA ने जांच कमेटी गठित की, 15 दिन में रिपोर्ट माँगी
हाल ही में इंडिगो की हवाई सेवाओं में व्यापक व्यवधान के बाद, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पूरे मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय उच्च-स्तरीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी विशेष रूप से पायलटों के लिए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) के नए नियमों के अनुपालन में इंडिगो द्वारा की गई देरी के कारणों की जाँच करेगी।
कमेटी का उद्देश्य और संरचना
डीजीसीए द्वारा गठित इस कमेटी को 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।
जाँच के मुख्य बिंदु:
- देरी के कारण: FDTL के नए नियमों को लागू करने में इंडिगो में हुई देरी के कारणों का पता लगाना।
- लागू करने की समीक्षा: आगे इन नियमों को लागू करने की तैयारियों की समीक्षा करना।
कमेटी के सदस्य:
- संजय कुमार ब्रम्हाने (संयुक्त महानिदेशक, डीजीसीए)
- अमित गुप्ता (उप महानिदेशक)
- कैप्टन कपिल मांगलिक (सीनियर फ्लाइट आपरेशन इंस्पेक्टर)
- कैप्टन लोकेश रामपाल (फ्लाइट आपरेशन इंस्पेक्टर)
इंडिगो की स्थिति और मंत्री का वक्तव्य
हवाई सेवाएँ ध्वस्त हुए चार दिन से अधिक हो गए हैं और इंडिगो प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि स्थिति सामान्य होने में 10-15 दिन का समय लग सकता है।
विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने भी इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए कहा है कि इस पूरे मामले में जवाबदेही तय की जाएगी।
डीजीसीए की भूमिका पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम में नियामक संस्था डीजीसीए की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि:
FDTL दिशानिर्देश दिए जाने के बाद DGCA नियमित तौर पर इसके अनुपालन की समीक्षा क्यों नहीं कर रहा था? यह लापरवाही थी या फिर निष्क्रियता?
विशेषज्ञों का मानना है कि मंत्री द्वारा जवाबदेही तय करने की बात कहने के बावजूद, यह देखना बाकी है कि डीजीसीए स्वयं अपनी जवाबदेही की कितनी गहराई से समीक्षा करेगा।
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